जेंडर चेंज और प्रेम का साहसिक कदम
यह कहानी है मीरा की, जो एक सरकारी स्कूल में शारीरिक शिक्षिका थीं। मीरा ने अपने स्कूल की होनहार छात्रा कल्पना से प्यार किया। यह प्यार इतना गहरा था कि मीरा ने अपनी पहचान को बदलने का साहसिक कदम उठाया। मीरा ने जेंडर चेंज करवाकर खुद को लड़का बना लिया और अब उनका नाम आरव है। आरव और कल्पना के बीच की यह प्रेम कहानी समाज में जेंडर पहचान और प्रेम के बारे में सोचने को मजबूर करती है।
आरव ने बताया, “मैं हमेशा से महसूस करता था कि मैं लड़की के रूप में जन्मा था, लेकिन अंदर से खुद को लड़का मानता था। इस आत्म-संवेदनशीलता के कारण मैंने जेंडर चेंज करवाने का फैसला किया और इस कदम ने मुझे अपने प्यार को हासिल करने का रास्ता दिखाया।”

दोनों परिवारों की रजामंदी से शादी
कल्पना ने इस शादी को लेकर खुशी जताते हुए कहा, “आरव, जो अब मेरी जीवनसाथी हैं, मेरी शारीरिक शिक्षिका थीं और हम दोनों के बीच गहरा प्यार था। इस प्यार को निभाने के लिए हमने शादी का फैसला लिया।” इस अनोखी शादी में दोनों परिवारों की रजामंदी और समर्थन था, जिससे शादी पूरे रीति-रिवाजों और धूमधाम से संपन्न हुई।

समाज में बदलाव की मिसाल
यह शादी न केवल दोनों की व्यक्तिगत यात्रा का प्रतीक है, बल्कि यह समाज में स्वीकृति और बदलाव की भी मिसाल प्रस्तुत करती है। डीग तहसील में हुई इस शादी ने यह साबित किया कि प्यार का कोई रूप या आकार नहीं होता। यह घटना समाज में जेंडर पहचान और प्रेम के लिए नए दृष्टिकोण को उजागर करती है, जो बिना किसी भेदभाव के सभी के लिए समान और सम्मानजनक है।
समारोह और स्थानीय रस्में
आरव और कल्पना की शादी के समारोह में स्थानीय रस्मों का पालन किया गया। परिवार और दोस्तों के बीच खुशी का माहौल था, और यह दिन उनके लिए जीवन का एक बेहद खास पल था। शादी का यह समारोह दोनों परिवारों के लिए एक नई शुरुआत का प्रतीक बना और इसने यह संदेश दिया कि प्यार की कोई सीमा नहीं होती, यह केवल दिलों से जुड़ा होता है।