हरियाणा में भाजपा ने एक बार फिर से अपनी जीत की हैट्रिक लगाकर इतिहास रच दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साबित किया है कि वे केवल ‘मन की बात’ ही नहीं, बल्कि सच्चाई में ‘मनहर’ भी हैं। उनके नेतृत्व में भाजपा ने जिस तरह से विकास और जनहित की नीतियों को लागू किया है, उससे अब कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दलों को भी यह समझ लेना चाहिए कि मोदी का विकल्प नहीं है।
हरियाणा की जनता ने एक बार फिर भाजपा को सत्ता सौंपकर यह संदेश दिया है कि वे नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में संतुष्ट हैं। 10 साल के भाजपा शासन में न केवल अन्याय और अत्याचार पर अंकुश लगा है, बल्कि आम जनता में विश्वास की भावना भी मजबूत हुई है। किसान और मेहनतकश वर्ग समझते हैं कि डबल इंजन की सरकार उनके लिए फायदेमंद है।
प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों का असर लोगों की जिंदगी में स्पष्ट दिख रहा है। महिलाएं अब घर से बाहर निकलकर अपने सपनों को पूरा करने का साहस जुटा रही हैं। हालांकि मध्यम वर्ग महंगाई से परेशान है, लेकिन सरकार ने टमाटर जैसे आवश्यक वस्तुओं के दाम नियंत्रित करने के लिए प्रयास किए हैं।
भाजपा की यह जीत यह दर्शाती है कि लोग अब जाति, धर्म और मजहब की राजनीति से दूर रहना चाहते हैं। मोदी सरकार की योजनाएं, जैसे कि गरीबों को राशन और मुफ्त रसोई गैस, ने उन्हें एक नई उम्मीद दी है। यह सब कुछ दर्शाता है कि भाजपा ने कैसे अपने चुनावी वादों को पूरा किया है।
हालांकि, कुछ आलोचकों का कहना है कि सरकार की योजनाओं में वास्तविकता से अधिक दिखावा है। लेकिन इसके बावजूद, जनता की सोच यह है कि मोदी सरकार की नीतियों से उन्हें आर्थिक विकास की उम्मीद है।
इस जीत के पीछे प्रधानमंत्री मोदी की नेतृत्व क्षमता, नायब सिंह सैनी का कुशल प्रबंधन और भाजपा की नीति निर्माण का परिणाम है। विपक्ष चाहे जो भी तर्क दे, लेकिन जनता ने एक बार फिर मोदी पर विश्वास जताया है। अब यह उनके लिए आवश्यक है कि वे इस जीत को जनहित के लिए सही दिशा में इस्तेमाल करें।
कुल मिलाकर, हरियाणा की इस जीत ने यह सिद्ध कर दिया है कि मोदी का कोई विकल्प नहीं है, और यह समय है कि विपक्ष इस सच को स्वीकार करे।
(लेखक: वरिष्ठ पत्रकार)