दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के कारण स्वास्थ्य पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है। डॉक्टरों ने लोगों को सलाह दी है कि वे सुबह की सैर पूरी तरह बंद कर दें। प्रदूषण के कारण हवा में पीएम 2.5 और अन्य हानिकारक कणों की मात्रा बढ़ गई है, जिससे सांस लेने में तकलीफ, खांसी और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
दिल्ली-एनसीआर में बढ़ता प्रदूषण:
वर्तमान में दिल्ली-एनसीआर की हवा में प्रदूषण का स्तर इतना बढ़ गया है कि यह स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक हानिकारक बन चुका है। डॉक्टरों ने इस स्थिति में सभी लोगों को मॉर्निंग वॉक से बचने की सलाह दी है।
डॉक्टर की सलाह:
पीएसआरआई अस्पताल, नई दिल्ली के पल्मोनरी, क्रिटिकल केयर और स्लीप मेडिसिन के चेयरमैन डॉ. जीसी खिलनानी ने चेतावनी दी है कि यदि लोग प्रदूषण से बचना चाहते हैं, तो उन्हें मॉर्निंग वॉक और नाइट वॉक को तुरंत रोक देना चाहिए।
प्रदूषण के प्रभाव:
डॉ. खिलनानी के अनुसार, सुबह के समय वायु में मौजूद पार्टिकुलेट मैटर्स जमीन के बहुत करीब होते हैं। इस समय हवा स्थिर होती है, जिससे जो लोग टहलने निकलते हैं, वे शुद्ध हवा के बजाय प्रदूषित तत्वों को इनहेल कर रहे होते हैं। इसके अलावा, सुबह व्यायाम करने पर शरीर को अधिक ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है, जिससे अधिक मात्रा में प्रदूषित हवा फेफड़ों में जाती है।
नाइट वॉक का खतरनाक प्रभाव:
शाम के समय जैसे-जैसे अंधेरा होता है, प्रदूषण फिर से बढ़ने लगता है। डॉ. खिलनानी का कहना है कि शाम 6-7 बजे के बाद स्मॉग की परतें वातावरण में जमने लगती हैं, जिससे रात में टहलना भी खतरनाक हो सकता है।
सही समय पर वॉक करने की सलाह:
इस समय में डॉक्टरों की सलाह है कि लोग अधिकतर समय घर में बिताएं। यदि वॉक करना आवश्यक है, तो सुबह सूरज निकलने के बाद, यानी 8-9 बजे के बाद टहलना बेहतर रहेगा। इस समय प्रदूषण का स्तर कम होता है, जिससे सांस लेने में भी कोई कठिनाई नहीं होगी। स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए, दिल्ली-एनसीआर के निवासी इस मौसम में मॉर्निंग वॉक और नाइट वॉक से दूर रहें और केवल सुरक्षित समय पर ही बाहर निकलें।
क्यों खतरनाक है सुबह की सैर?
- सुबह के समय प्रदूषण का स्तर सबसे अधिक होता है।
- हानिकारक कण सीधे फेफड़ों में पहुंच जाते हैं।
- सांस लेने में तकलीफ, खांसी और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
क्या करें?
- सुबह और शाम को घर के अंदर रहें।
- खिड़कियां बंद रखें।
- अगर सैर करनी है तो सुबह 8-9 बजे के बाद और शाम को सूर्यास्त से पहले करें।
- एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें।
- मास्क पहनें।