करवा चौथ हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसे कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुख समृद्धि के लिए व्रत रखती हैं। करवा चौथ का व्रत निर्जला होता है, जिसका अर्थ है कि महिलाएं दिन भर कुछ भी नहीं खाती या पीती हैं।
करवा चौथ 2023 का शुभ मुहूर्त
करवा चौथ 2023 1 नवंबर, बुधवार को मनाया जाएगा। इस दिन चंद्रोदय का समय रात 8:26 बजे है। ऐसे में महिलाएं चंद्रोदय के बाद ही व्रत का पारण कर सकती हैं।
करवा चौथ की पूजा विधि
करवा चौथ की पूजा शाम को प्रदोष काल में की जाती है। पूजा के लिए सबसे पहले घर को साफ करके गणेश जी, गौरी जी और शिव जी की मूर्तियां या तस्वीरें स्थापित करें। फिर, गणेश जी की पूजा करें और फिर गौरी जी और शिव जी की पूजा करें। पूजा के दौरान निम्नलिखित मंत्रों का जाप करें:
-
गणेश मंत्र:
ॐ गं गणपतये नमः
-
गौरी मंत्र:
ॐ देवी गौरी सर्व मंगला कायै
सर्वांग सुंदरी रूपे
साधक हृदय कमले
वसंतु सदैव हृदये
-
शिव मंत्र:
ॐ नमः शिवाय
पूजा के बाद, महिलाएं करवा या कटोरी में पानी, दूध, चावल, फूल, मेवा और नारियल रखती हैं। फिर, वे अपने पति के नाम का व्रत का संकल्प लेती हैं। इसके बाद, वे चंद्रोदय के बाद चांद को अर्घ्य देती हैं और अपने पति के हाथों से पानी पीकर व्रत का पारण करती हैं।
करवा चौथ के मंत्र
करवा चौथ के दिन निम्नलिखित मंत्रों का जाप करने से पति-पत्नी के बीच प्रेम और विश्वास बढ़ता है और सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है।
- पति प्रेम के लिए मंत्र:
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
- सुख समृद्धि के लिए मंत्र:
ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मी नारायणाय नमः
करवा चौथ के दिन निम्नलिखित उपाय करने से पति-पत्नी के बीच प्रेम और विश्वास बढ़ता है और सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है।
-
करवा चौथ के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ कपड़े पहनें।
-
करवा चौथ के दिन गणेश जी, गौरी जी और शिव जी की पूजा करें।
-
करवा चौथ के दिन अपने पति के लिए व्रत का संकल्प लें। ALso Read: Rahu-Ketu Gochar: राहु-केतु का महगोचर आज, अगले डेढ़ साल तक इन 5 राशियों के जीवन में मचेगा हाहाकार