मकर संक्रांति हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है। यह दिन सूर्य देव के मकर राशि में प्रवेश करने का प्रतीक है। मकर संक्रांति को उत्तरायण का आरंभ भी माना जाता है। इस दिन से दिन बड़े होने लगते हैं और रातें छोटी होने लगती हैं।
मकर संक्रांति 2024 की तिथि
ज्योतिषविदों एवं पंचांग के अनुसार, 15 जनवरी 2024 को मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन सूर्य देव प्रातः 02 बजकर 54 मिनट पर धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेंगे।
मकर संक्रांति के शुभ मुहूर्त
मकर संक्रांति के दिन पुण्यकाल और महा पुण्यकाल दोनों ही शुभ मुहूर्त माने जाते हैं।
- पुण्यकाल: प्रातः 07:15 मिनट से सायं 06: 21 मिनट तक
- महा पुण्यकाल: प्रातः 07:15 मिनट से प्रातः 09: 06 मिनट तक
मकर संक्रांति की पूजा विधि
मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव की पूजा का विशेष महत्व है। इस दिन भक्त पूरे विधि-विधान से पूजा करते हैं। आइए जानते हैं किस विधि से करें मकर संक्रांति पर पूजा।
- पूजा करने के लिए सबसे पहले उठकर साफ सफाई कर लें।
- इसके बाद अगर संभव हो तो आसपास किसी पवित्र नदी में स्नान करें यदि ऐसा न कर पाएं तो घर में ही गंगाजल मिलकर स्नान कर लें।
- आचमन करके खुद को शुद्ध कर लें।
- इस दिन पीले वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है, तो पीले वस्त्र धारण कर सूर्य देव को अर्घ्य दें।
- इसके बाद सूर्य चालीसा पढ़े और आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें।
- अंत में आरती करें और दान करें।
मकर संक्रांति पर दान का महत्व
मकर संक्रांति पर दान का विशेष महत्व है। इस दिन दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। मकर संक्रांति पर दान करने के लिए आप सोना, चांदी, पीले वस्त्र, तिल, गुड़, खीर, मिठाई, गेंहू, दाल, फल आदि का दान कर सकते हैं।