नई दिल्ली: भारत में स्टार्टअप्स के लिए रोजगार के नए अवसर उत्पन्न करने के उद्देश्य से उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) और ‘अपना’ ने एक महत्वपूर्ण साझेदारी की घोषणा की है। इस साझेदारी का लक्ष्य स्टार्टअप्स को उच्च कुशल जनशक्ति से लैस करना और भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम को और मजबूत बनाना है।
स्टार्टअप्स के लिए 2000 रुपये का हायरिंग क्रेडिट
इस साझेदारी के तहत, DPIIT द्वारा पंजीकृत 7 लाख स्टार्टअप्स को ‘अपना’ के प्लेटफॉर्म पर हायरिंग क्रेडिट के रूप में 2000 रुपये प्रति इकाई का मौद्रिक लाभ मिलेगा। यह क्रेडिट स्टार्टअप्स को रोजगार पोस्टिंग करने और कर्मचारियों के चयन में सहायता प्रदान करेगा। इस प्रयास से न केवल स्टार्टअप्स को बेहतर कामकाजी ताकत मिल सकेगी, बल्कि उनकी विकास यात्रा में भी तेजी आएगी।
स्टार्टअप इकोसिस्टम का विकास
DPIIT और ‘अपना’ की साझेदारी का उद्देश्य भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम को विकसित करना है। वर्तमान में, स्टार्टअप्स के लिए यह क्रेडिट लगभग 140 करोड़ रुपये का है, और जैसे-जैसे यह इकोसिस्टम बढ़ेगा, इस पहल का मूल्य अनुमानित 300 करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा। यह सहयोग स्टार्टअप्स को बेहतर भर्ती प्रक्रियाओं में मदद करेगा और इसके जरिए वे अपनी टीमों को सशक्त बना सकेंगे।
AI-संचालित जॉब मिलान और क्यूरेटेड पोस्टिंग
‘अपना’ के प्लेटफॉर्म पर स्टार्टअप्स को जॉब पोस्टिंग करने और AI-संचालित मिलान सुविधाओं का उपयोग करने का अवसर मिलेगा। इससे स्टार्टअप्स को सही प्रतिभा pool से जुड़ने का मौका मिलेगा, जो उनकी आवश्यकताओं के मुताबिक उपयुक्त उम्मीदवारों का चयन करने में मदद करेगा। DPIIT के स्टार्टअप इंडिया कार्यक्रम के तहत ‘अपना’ इस पहल को सफल बनाने के लिए जॉब पोस्टिंग को क्यूरेट करेगा और उद्योग की आवश्यकताओं के अनुरूप प्रतिभा पूल तक पहुंच प्रदान करेगा।
भारत का स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र
भारत आज दुनिया के तीसरे सबसे बड़े स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र के रूप में उभरा है, जिसमें 1.59 लाख से अधिक स्टार्टअप DPIIT द्वारा मान्यता प्राप्त हैं। ये स्टार्टअप फिनटेक, एडटेक, हेल्थ-टेक, ई-कॉमर्स जैसी विभिन्न इंडस्ट्रीज़ में कार्य कर रहे हैं और इनकी सफलता ने वैश्विक मंच पर भारत की पहचान को मजबूत किया है। ज़ोमैटो, नाइका, और ओला जैसी कंपनियां इस बात का उदाहरण हैं कि कैसे भारत में स्टार्टअप्स ने न केवल रोजगार सृजन किया, बल्कि समाज में बदलाव की दिशा भी दी है।
रोजगार सृजन में योगदान
पिछले नौ वर्षों में स्टार्टअप इंडिया पहल ने भारतीय उद्यमिता पारिस्थितिकी तंत्र को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसने नवाचार, समावेशिता और रोजगार सृजन में योगदान दिया है। 2016 में जहाँ DPIIT द्वारा मान्यता प्राप्त स्टार्टअप्स की संख्या लगभग 500 थी, वहीं आज यह आंकड़ा बढ़कर 1,59,157 हो चुका है। यह भारतीय स्टार्टअप्स की सफलता और उनके योगदान को उजागर करता है।
स्टार्टअप इंडिया की विशेषताएं
- व्यापार में आसानी: स्टार्टअप्स के लिए सरल अनुपालन, स्व-प्रमाणन और सिंगल-विंडो मंजूरी प्रणाली, जो प्रक्रिया को तेज करती है।
- कर लाभ: पात्र स्टार्टअप्स को लगातार तीन वित्तीय वर्षों तक कर छूट का लाभ मिलता है।
- वित्त पोषण सहायता: स्टार्टअप्स के लिए 10,000 करोड़ रुपये का फंड ऑफ फंड्स (FFS), जो प्रारंभिक चरण में वित्तीय सहायता प्रदान करता है।
- क्षेत्र-विशिष्ट नीतियां: जैव प्रौद्योगिकी, कृषि, नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में केंद्रित नीतियों का विकास, जिससे लक्षित क्षेत्रों में विकास को बढ़ावा मिलता है।
BHASKAR प्लेटफ़ॉर्म और इकोसिस्टम का सशक्तिकरण
सितंबर 2024 में DPIIT ने भारत स्टार्टअप नॉलेज एक्सेस रजिस्ट्री (BHASKAR) प्लेटफ़ॉर्म लॉन्च किया था, जो स्टार्टअप्स, निवेशकों, सलाहकारों, सेवा प्रदाताओं और सरकारी निकायों को जोड़ने का काम करता है। इस प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से नवाचार, सहयोग और विकास को बढ़ावा देना है, जिससे भारत वैश्विक स्तर पर उद्यमिता के क्षेत्र में अग्रणी बन सके।