बच्चों के भविष्य के लिए NPS वात्‍सल्‍य बनाम PPF: कौन सी स्कीम है बेहतर?

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बच्चों के भविष्य के लिए NPS वात्‍सल्‍य बनाम PPF: कौन सी स्कीम है बेहतर?

आगरा: भारत सरकार की नई एनपीएस वात्‍सल्‍य स्कीम के तहत माता-पिता अपने बच्चों के नाम पैसे जमा कर सकते हैं, जो उनके सुनहरे भविष्य को संवारने में मददगार साबित होगी। इस स्कीम के माध्यम से अभिभावक 18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए एनपीएस खाता खोल सकते हैं।

एनपीएस वात्‍सल्‍य स्कीम की विशेषताएँ

इस योजना के अंतर्गत, अभिभावक को बच्चों के खाते में न्यूनतम 1000 रुपये से निवेश शुरू करना होगा, जबकि अधिकतम राशि जमा करने की कोई सीमा नहीं है। जब बच्चे 18 वर्ष के होंगे, तब वे इस खाते से पैसे निकाल सकेंगे। इसके अलावा, जमा राशि को 60 साल तक भी रखा जा सकता है।

आर्थिक लाभ: यदि आप एनपीएस वात्‍सल्‍य स्कीम के तहत प्रति वर्ष 10,000 रुपये जमा करते हैं, तो 18 वर्षों में कुल निवेश 5 लाख रुपये होगा। इसमें 10 प्रतिशत वार्षिक रिटर्न मिलने पर 60 वर्ष की आयु तक यह राशि 2.75 करोड़ रुपये तक पहुँच जाएगी।

PPF योजना की खूबियाँ

पोस्ट ऑफिस द्वारा संचालित पब्लिक प्रोविडेंड फंड (PPF) भी एक लॉन्ग टर्म स्कीम है, जिसकी मैच्योरिटी 15 साल बाद होती है। इसे 5-5 साल के लिए दो बार बढ़ाया जा सकता है।

ब्याज दर: PPF स्कीम पर वार्षिक रिटर्न 7.1 प्रतिशत है। यदि आप हर वर्ष 1.5 लाख रुपये जमा करते हैं और 15 साल की मैच्योरिटी के बाद इसे 10 साल तक बढ़ाते हैं, तो आपको 25 वर्ष बाद लगभग 1.03 करोड़ रुपये मिल सकते हैं।

दोनों स्कीमों में अंतर

  1. ब्याज दर: एनपीएस वात्‍सल्‍य में अनुमानित वार्षिक रिटर्न 10 प्रतिशत है, जबकि PPF में यह 7.1 प्रतिशत है।
  2. खाता खोलने की राशि: PPF खाता 500 रुपये से खोला जा सकता है, जबकि एनपीएस वात्‍सल्‍य में कम से कम 1000 रुपये जमा करने होते हैं।
  3. उद्देश्य: PPF एक निवेश योजना है, जबकि एनपीएस वात्‍सल्‍य एक पेंशन स्कीम है।

दोनों स्कीमों के अपने-अपने लाभ और विशेषताएँ हैं। यदि आप एक सुरक्षित और स्थिर निवेश की तलाश में हैं, तो PPF एक अच्छा विकल्प है। वहीं, यदि आप बेहतर रिटर्न की खोज में हैं और भविष्य में पेंशन योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो एनपीएस वात्‍सल्‍य आपके लिए सही हो सकता है। अपने बच्चों के सुनहरे भविष्य के लिए सही निर्णय लेना आपके हाथ में है।

 

 

 

 

 

 

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