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प्यार एक बेहद खूबसूरत एहसास है, खासकर जब यह दोनों तरफ से हो। ऐसा प्यार एक मजबूत, प्यारा और खूबसूरत रिश्ते की नींव रखता है। हालांकि, अगर रिश्ते में सिर्फ एक ही साथी प्यार में हो, तो यह खूबसूरत एहसास धीरे-धीरे दर्द में बदल जाता है। ऐसे में, अपने प्यार को और भी गहरा और प्यारा बनाने के लिए कपल्स हमेशा कुछ नया करने की कोशिश करते हैं। लेकिन, समय के साथ प्यार करने के तरीके में भी बदलाव आया है। आजकल कपल्स एक नया ट्रेंड अपना रहे हैं, जिसे ‘स्लीप डिवोर्स’ (Sleep Divorce) कहा जा रहा है। इसमें कपल रात में एक साथ सोने के बजाय अलग-अलग कमरों में सोते हैं।
यहां तक कि जो कपल्स घूमने के लिए बाहर जाते हैं, वे भी एक कमरा बुक करने के बजाय दो कमरे बुक कर रहे हैं। इस नए ट्रेंड को ही ‘स्लीप डिवोर्स’ का नाम दिया जा रहा है। अब तक आपने सिर्फ ‘डिवोर्स’ (तलाक) के बारे में सुना होगा, लेकिन यह ‘स्लीप डिवोर्स’ क्या है? दरअसल, यह एक ऐसा कल्चर है जो दुनिया भर में धीरे-धीरे फैल रहा है। इसमें पार्टनर्स रात होने के बाद एक निश्चित समय पर अपने-अपने कमरों में सोने चले जाते हैं। इस पर लोगों की अलग-अलग राय है। कुछ इसे सही मानते हैं, तो कुछ का कहना है कि यह बिल्कुल भी सही नहीं है। हालांकि, इसका रिश्तों पर कितना असर होगा, इस बारे में क्या कहा जा रहा है, आइए जानते हैं:
इसके पीछे क्या कारण है?
एक रिपोर्ट के अनुसार, एक रिसर्च में यह बात सामने आई है कि 10 प्रतिशत फ्रेंच कपल्स लंबे समय से साथ रह रहे हैं, लेकिन रात में वे अलग-अलग कमरों में सोते हैं। वहीं, 6 प्रतिशत कपल्स ‘स्लीप डिवोर्स’ अपनाना तो चाहते हैं, लेकिन अपने पार्टनर के डर की वजह से ऐसा नहीं कर पा रहे हैं। इन सबके बीच यह जानना जरूरी है कि आखिर कपल ऐसा क्यों कर रहे हैं? वे अकेले सोना क्यों पसंद कर रहे हैं?
दरअसल, जब कपल्स एक साथ सोते हैं, तो कई बार उनकी नींद की गुणवत्ता (स्लीप क्वालिटी) खराब हो जाती है। यानी, वे समय पर गहरी नींद नहीं ले पाते हैं। इसका नकारात्मक प्रभाव उनकी सेहत पर पड़ सकता है। पर्याप्त नींद न लेने से याददाश्त कमजोर हो सकती है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) भी कमजोर हो सकती है। ऐसे में, अपनी सेहत का ख्याल रखते हुए कई कपल्स ‘स्लीप डिवोर्स’ का विकल्प चुन रहे हैं। वैज्ञानिक भी मानते हैं कि रात को नींद पूरी न होने पर व्यक्ति की भावनाओं (इमोशंस) को नियंत्रित करने की क्षमता कम हो जाती है।
नींद ज्यादा जरूरी
शोध बताते हैं कि 6 घंटे से कम सोने पर स्ट्रोक या गंभीर हार्ट अटैक का खतरा काफी बढ़ जाता है। वहीं, रात में अच्छी और पर्याप्त नींद लेने से आपका ब्लड प्रेशर भी ठीक रहता है। सिर्फ नींद से जुड़े ऐसे कई कारण हो सकते हैं, जिनकी वजह से कपल्स अलग सोना पसंद कर रहे हैं। इसके अलावा, नींद पूरी न होने की वजह से रिश्तों में भी खटास आ सकती है। यह माना जाता है कि अगर लोगों का स्वास्थ्य अच्छा रहेगा, तो इसका सकारात्मक असर उनके रिश्तों पर भी पड़ेगा।
जिन्होंने ‘स्लीप डिवोर्स’ को अपनाया है, उनका यह मानना है कि इससे उनका रिश्ता और भी ज्यादा रोमांटिक हो गया है। जो लोग अपने पार्टनर के साथ एक ही बिस्तर पर सोने में असहज महसूस कर रहे हैं, वे ‘स्लीप डिवोर्स’ के जरिए अपने रिश्ते को बेहतर बना सकते हैं। यह एक नया तरीका है जिससे कपल्स अपनी सेहत और अपने रिश्ते दोनों का ख्याल रख सकते हैं।