सूरत, गुजरात: गुजरात के सूरत में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। 13 साल के छात्र को भगाने वाली प्रेग्नेंट लेडी टीचर का विशेष पोक्सो कोर्ट के आदेश पर अबॉर्शन करवा दिया गया है। कोर्ट ने भ्रूण को डीएनए परीक्षण के लिए सुरक्षित रखने का भी निर्देश दिया था। लेडी टीचर 22 सप्ताह (लगभग 5 महीने) की गर्भवती थी।
अबॉर्शन और DNA टेस्ट का आदेश
कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि महिला का गर्भपात सूरत नगर निगम द्वारा संचालित एसएमआईएमईआर अस्पताल में किया जाए। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस अब अजन्मे बच्चे और छात्र का डीएनए टेस्ट कराएगी, ताकि बच्चे के पिता की पहचान स्थापित की जा सके।
आरोपी 23 वर्षीय ट्यूशन टीचर अपने 13 साल के छात्र को 25 अप्रैल के दिन लेकर फरार हो गई थी। पुलिस पूछताछ में टीचर ने बताया था कि वह छात्र के बच्चे की मां बनने वाली है और इसी के चलते वह उसे लेकर भाग निकली थी। छात्र ने भी लेडी टीचर से कई बार शारीरिक संबंध बनाने की बात कबूल की है। इसके साथ ही, छात्र की मेडिकल रिपोर्ट से पता चला है कि वह पिता बनने में सक्षम है।
चार दिन में पांच शहरों में घूमे, राजस्थान सीमा पर पकड़े गए
जानकारी के मुताबिक, सूरत के पूना इलाके में रहने वाले 13 साल के स्टूडेंट को उसकी ट्यूशन टीचर 25 अप्रैल को लेकर फरार हुई थी। पुलिस ने दोनों की तलाश में चार टीमें बनाईं। आखिरकार 30 अप्रैल को पुलिस ने राजस्थान सीमा के पास एक बस से दोनों को पकड़ा। दोनों जयपुर से अहमदाबाद आ रही एक प्राइवेट बस में सवार थे।
पुलिस पूछताछ में टीचर ने बताया कि वे सबसे पहले सूरत से वडोदरा पहुंचे, फिर अहमदाबाद, जयपुर और दिल्ली होते हुए वृंदावन गए। दिल्ली में कुछ घंटे बिताने के बाद वृंदावन में मंदिर के दर्शन किए और फिर जयपुर लौटे। 30 अप्रैल की सुबह जयपुर से अहमदाबाद आते समय पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। टीचर ने कबूल किया कि इस दौरान दोनों ने कई बार शारीरिक संबंध बनाए।
दो साल से प्रेम संबंध, गर्भवती होने पर बनाया भागने का प्लान
पुलिस पूछताछ में दोनों ने बताया कि पिछले दो साल से उनके प्रेम संबंध थे। टीचर ने कबूल किया कि करीब एक साल से वह स्टूडेंट के साथ शारीरिक संबंध बना रही थी। हाल ही में जब उसे पता चला कि वह गर्भवती है, तो उसने छात्र के साथ भाग जाने का प्लान बनाया। भागने से दो दिन पहले ही उसने नया ट्रॉली बैग, स्कूल बैग और सिम कार्ड भी खरीदा था। वहीं, 25 अप्रैल की दोपहर को सूरत से भागने से पहले छात्र के लिए एक जोड़ी नए कपड़े और जूते भी खरीदे थे।
टीचर ने बयान में यह भी बताया कि लड़का जब 5वीं कक्षा में पढ़ता था, तब वह उसके घर जाकर ही ट्यूशन पढ़ाती थी। इसके बाद वह स्टूडेंट को ट्यूशन पढ़ाने अपने ही घर बुलाने लगी थी। पुलिस पूछताछ में लड़के ने भी बताया कि टीचर ने एक बार उसके घर पर ही उसका शारीरिक शोषण किया था। यह मामला बाल यौन शोषण और नैतिक पतन के गंभीर सवालों को खड़ा करता है, जिसकी पुलिस गहनता से जांच कर रही है।
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