नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को एक नए स्तर पर पहुंचा दिया है। इस हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेना को आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की खुली छूट दे दी है। वहीं, भारतीय मूल के ब्रिटिश राजनीतिज्ञ लॉर्ड मेघनाद देसाई ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) पर भारत के कब्जे की मांग उठाकर इस मुद्दे को और भी गंभीर बना दिया है।
पीएम मोदी का सख्त रुख
पहलगाम हमले के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की। सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में पीएम मोदी ने सेना को आतंकवादियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने की अनुमति दे दी है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि “आतंकवाद का करारा जवाब दिया जाएगा। हमले का लक्ष्य और समय सेना तय करेगी।”
PoK पर कब्जे की मांग
लॉर्ड मेघनाद देसाई ने कहा कि कश्मीर समस्या का एकमात्र समाधान PoK पर भारत का कब्जा है। उन्होंने कहा, “हमारे पास राजा का विलय पत्र है, इसलिए यह हमारा है।” उन्होंने पहलगाम हमले को चौंकाने वाला बताते हुए कहा कि भारत सरकार को इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देनी चाहिए और स्पष्ट कर देना चाहिए कि अगर ऐसा ही चलता रहा, तो भारत को PoK पर कब्जा करना होगा।
अन्य महत्वपूर्ण घटनाक्रम
* विदेश मंत्री की यूएन महासचिव से बात: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस से फोन पर बात की और कहा कि भारत हमले के अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए प्रतिबद्ध है।
* फारूक अब्दुल्ला का बयान: नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि आतंकवाद किसी को स्वीकार्य नहीं है और पाकिस्तान को आतंकवाद खत्म करना चाहिए।
* आरएसएस प्रमुख की पीएम मोदी से मुलाकात: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने भी प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की।
* लश्कर के आतंकी गिरफ्तार: बांदीपुरा पुलिस और सुरक्षा बलों ने हाजिन में लश्कर के तीन आतंकियों को गिरफ्तार किया है।
* कांग्रेस का विवादित ट्वीट: कांग्रेस ने पीएम मोदी पर एक विवादित ट्वीट किया, जिसे बाद में हटा दिया गया।
* आईएमएफ से पाकिस्तान को कर्ज का विरोध: कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि भारत को आईएमएफ से पाकिस्तान को कर्ज देने का विरोध करना चाहिए।
* हरभजन सिंह का बयान: आप सांसद हरभजन सिंह ने कहा कि आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
स्थिति की गंभीरता
पहलगाम हमले ने भारत और पाकिस्तान के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों को और भी जटिल बना दिया है। भारत सरकार का सख्त रुख और PoK पर कब्जे की मांग ने इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा का विषय बना दिया है। आने वाले दिनों में इस मामले पर वैश्विक प्रतिक्रियाएं देखने को मिल सकती हैं।