नई दिल्ली, भारत। भारत द्वारा पाकिस्तान में पलने वाले आतंकवाद के खिलाफ अपनी कड़े रुख को दुनिया के सामने रखने के लिए शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की ग्लोबल आउटरीच के तहत आज (बुधवार, 21 मई, 2025) दो सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल विभिन्न देशों के लिए रवाना हुए। इससे पहले, विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कुल सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों में से तीन के सदस्यों, सांसदों और पूर्व सांसदों को इस अभियान के बारे में विस्तृत जानकारी दी। ये डेलिगेशन कई देशों की राजधानियों में जाकर पाकिस्तान के आतंकी चेहरे को बेनकाब करेंगे।
विदेश जा रहे नेताओं का दृढ़ संकल्प
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जापान, कोरिया, सिंगापुर, मलेशिया और इंडोनेशिया का दौरा करने वाले प्रतिनिधिमंडल में शामिल बीजेपी सांसद बृजलाल ने कहा, “हम इस बात का पर्दाफाश करेंगे कि पाकिस्तान किस तरह से ‘आतंकिस्तान’ बन गया है। यह बहुत अहम है क्योंकि पाकिस्तान लगातार हमारे देश में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देता रहा है।”
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दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे जेडीयू सांसद संजय झा ने बताया, “हमारा डेलिगेशन जापान, दक्षिण कोरिया, इंडोनेशिया, मलेशिया और दक्षिण कोरिया का दौरा कर रहा है। सबसे बड़ा मुद्दा यह है कि आतंकवाद पाकिस्तान की राजकीय नीति है। हम इसे दुनिया भर में उजागर करने जा रहे हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि वे सिंधु जल संधि के बारे में भी दुनिया को जानकारी देंगे।
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सीपीआई-एम सांसद डॉ. जॉन ब्रिटास, जो जापान के लिए रवाना हुए, ने जोर देकर कहा, “हमारा प्रतिनिधिमंडल जापान के लिए रवाना हो रहा है। यह भारत का संदेश देने के लिए एक सार्वजनिक-राजनयिक आउटरीच है कि दुनिया को आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होना चाहिए।”
आज रवाना हुए दो प्रमुख डेलिगेशन
#WATCH | CPI-M MP Dr John Brittas, who is a part of an MPs' delegation on Operation Sindoor outreach, arrives at the Delhi airport to depart for Japan
He says, "Our delegation is leaving for Japan. This is a public-diplomatic outreach to send across India's message that the… https://t.co/oocYfy6Kag pic.twitter.com/UgSYQIcu1k
— ANI (@ANI) May 21, 2025
आज दो प्रमुख प्रतिनिधिमंडल विदेश के लिए रवाना हुए। संजय झा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल सुबह 11.40 बजे जापान के लिए रवाना हुआ, जबकि शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे के नेतृत्व में दूसरा प्रतिनिधिमंडल रात 9 बजे संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के लिए रवाना होगा। इसके अतिरिक्त, लोकसभा सांसद कनिमोझी के नेतृत्व में एक डेलिगेशन कल यानी गुरुवार सुबह रवाना होगा।
सूत्रों के मुताबिक, विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने इन डेलिगेशन के सदस्यों को बताया है कि “भारत शांति के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन वह अपनी सरजमीं पर किसी भी आतंकी हमले को बर्दाश्त नहीं करेगा और अपने ‘न्यू नॉर्मल’ तरीके के तहत जवाबी कार्रवाई करेगा।”
दोषी पाकिस्तान के खिलाफ सबूतों का डोजियर
विदेश जा रहे नेताओं ने स्पष्ट किया कि ‘अब बहुत हो गया’ और भारत आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करेगा। संयुक्त अरब अमीरात और कई अफ्रीकी देशों में जाने वाले डेलिगेशन का नेतृत्व कर रहे श्रीकांत शिंदे ने कहा कि वे न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी आतंकवादी हमलों में पाकिस्तान की संलिप्तता के सबूत पेश करेंगे और मानवता के खिलाफ अपराधों में उसकी भूमिका पर चर्चा करेंगे।
सूत्रों के अनुसार, इन प्रतिनिधिमंडलों के पास भारत में आतंकवाद फैलाने में पाकिस्तान की भूमिका का विस्तृत डोजियर भी होने की संभावना है। यह डोजियर संबंधित देश की आधिकारिक भाषा में तैयार किया जाएगा, जिसमें मेजबान देशों को पाकिस्तान के कृत्यों के बारे में समझाने के मकसद से पुख्ता सबूत शामिल होंगे। विदेशी सांसदों और सरकारी प्रतिनिधियों के साथ बैठक से पहले, दौरे पर आए सांसदों को अधिकारियों से एक और दौर की जानकारी मिलेगी।
कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने स्पष्ट किया कि सैन्य कार्रवाई रोकने का फैसला भारत और पाकिस्तान द्वारा पारस्परिक रूप से लिया गया था, इसमें किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता नहीं थी, जिससे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पहले के दावे का खंडन हुआ।
यह अभियान भारत की सक्रिय कूटनीति का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य वैश्विक मंच पर आतंकवाद के खिलाफ साझा लड़ाई में समर्थन जुटाना और पाकिस्तान को उसके कृत्यों के लिए जवाबदेह ठहराना है।