नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत को व्यापक समर्थन मिल रहा है। इस कड़ी में अमेरिका ने एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि वह पहलगाम हमले के आतंकियों को पकड़ने में भारत की पूरी मदद करेगा। ट्रंप प्रशासन में राष्ट्रीय खुफिया निदेशक (डीएनआई) तुलसी गबार्ड ने इस भयावह हमले की कड़ी निंदा करते हुए भारत के लोगों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त की हैं।
तुलसी गबार्ड ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा, “इस भयावह इस्लामी आतंकी हमले के बाद हम भारत के साथ एकजुट हैं, जिसमें पहलगाम में 26 हिंदुओं को निशाना बनाकर मार डाला गया। मेरी प्रार्थनाएं और गहरी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया। हम आपके साथ हैं और इस जघन्य हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को पकड़ने में आपका समर्थन करेंगे।”
पहलगाम में हुआ यह आतंकी हमला कश्मीर में अब तक के सबसे बर्बर हमलों में से एक है, जिसमें 26 पर्यटकों को निर्ममता से मार डाला गया। भारत सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि इस हमले के दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। क्षेत्र में सुरक्षा और खुफिया तंत्र को हाई अलर्ट पर रखा गया है। इसके अलावा, भारत ने आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तान पर कई तरह की पाबंदियां भी लगाई हैं।
यह घटना अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता टैमी ब्रूस द्वारा पहलगाम आतंकी हमले के बारे में सवाल पूछने वाले एक पाकिस्तानी पत्रकार की बात सुनने से इनकार करने के कुछ घंटों बाद हुई है। टैमी ब्रूस ने कहा था, “राष्ट्रपति ट्रंप और सचिव रुबियो ने स्पष्ट कर दिया है कि संयुक्त राज्य अमेरिका भारत के साथ खड़ा है और आतंकवाद के सभी कृत्यों की कड़ी निंदा करता है। हम मारे गए लोगों के जीवन के लिए प्रार्थना करते हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं तथा इस जघन्य कृत्य के अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने का आह्वान करते हैं।”
इससे पहले, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा था कि अमेरिका भारत के साथ मजबूती से खड़ा है। ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा था, “कश्मीर से बहुत परेशान करने वाली खबर आई है। आतंकवाद के खिलाफ अमेरिका भारत के साथ मजबूती से खड़ा है। हम मारे गए लोगों की आत्मा की शांति और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी और भारत के अविश्वसनीय लोगों को हमारा पूरा समर्थन और गहरी संवेदना है।”
ट्रंप ने बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी को फोन करके भी अपनी संवेदनाएं व्यक्त की थीं और इस मुश्किल घड़ी में भारत को पूरा समर्थन देने की पेशकश की थी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया था, “राष्ट्रपति ट्रंप ने आतंकी हमले की कड़ी निंदा की और इस जघन्य हमले के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए भारत को पूरा समर्थन व्यक्त किया। भारत और अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक साथ खड़े हैं।