नई दिल्ली: संसद का बजट सत्र 31 जनवरी 2025 से प्रारंभ होगा और इसकी समाप्ति 4 अप्रैल को होने की संभावना है। इस दौरान केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लगातार अपना आठवां बजट पेश करेंगी। इस सत्र में जहां एक ओर देश की आर्थिक स्थिति पर चर्चा की जाएगी, वहीं दूसरी ओर संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू संबोधित करेंगी।
बजट सत्र की शुरुआत परंपरागत रूप से होगी
31 जनवरी को संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक के साथ संसद का बजट सत्र शुरू होगा। इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू संसद के सदस्यों को संबोधित करेंगी। परंपरा के अनुसार, इसके बाद आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया जाएगा, जो देश की आर्थिक स्थिति और आगामी वित्तीय वर्ष के लिए दिशा-निर्देशों का संकलन होगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा 1 फरवरी को आम बजट पेश किया जाएगा। यह बजट 2025-26 के लिए होगा, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों की योजनाओं और सुधारों का खाका पेश किया जाएगा। उम्मीद जताई जा रही है कि इस बजट में कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसे अहम मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
राष्ट्रपति का अभिभाषण और धन्यवाद प्रस्ताव
संसद सत्र के दौरान, राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर दोनों सदनों में बहस होगी। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस प्रस्ताव पर अपनी प्रतिक्रिया देंगे। इस प्रक्रिया के साथ ही बजट सत्र की शुरुआत होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट सत्र
यह बजट सत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट सत्र होगा। 18वीं लोकसभा के चौथे सत्र के रूप में यह सत्र अहम माना जा रहा है। इसके अलावा, इस सत्र के दौरान पिछले वर्ष के शीतकालीन सत्र की घटनाओं को लेकर भी चर्चाएं हो सकती हैं। शीतकालीन सत्र में विपक्ष और सत्तारूढ़ दल के बीच हंगामे की वजह से कई दिनों तक सदन की कार्यवाही स्थगित रही थी।
शीतकालीन सत्र का हंगामेदार अनुभव
पिछले साल का शीतकालीन सत्र 25 नवंबर से 21 दिसंबर तक चला था। इस दौरान लोकसभा और राज्यसभा में कई महत्वपूर्ण विधेयक पेश किए गए, लेकिन इस सत्र में हंगामे की वजह से कामकाजी वातावरण प्रभावित रहा। विपक्ष और सत्तारूढ़ दल के बीच तीखी बहस और विरोध के चलते सदन की कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी थी। इस बार उम्मीद जताई जा रही है कि बजट सत्र में कार्यवाही अधिक सुचारू रूप से चलेगी।
क्या होगा बजट सत्र में खास?
बजट सत्र के दौरान केंद्रीय सरकार विभिन्न क्षेत्रों के विकास और सुधारों पर चर्चा करेगी। आम बजट में सरकार की प्राथमिकताएं, जैसे रोजगार सृजन, कृषि क्षेत्र की बेहतरी, मिडल क्लास के लिए राहत, और आर्थिक सुधारों पर फोकस किया जाएगा। इसके अलावा, आगामी चुनावों को लेकर भी रणनीतियां बनाई जा सकती हैं।
संसद का यह सत्र देश की राजनीति और अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। अब देखना यह होगा कि क्या इस बार संसद सत्र सुचारू रूप से चलता है और क्या विपक्ष अपनी चिंताओं को प्रभावी तरीके से उठाता है।