नई दिल्ली: सीबीएसई बोर्ड से पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण और सकारात्मक खबर आई है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने घोषणा की है कि 2026-27 शैक्षणिक सत्र से बोर्ड परीक्षा साल में दो बार आयोजित की जाएगी। यह बदलाव विद्यार्थियों के लिए एक बड़ा अवसर साबित हो सकता है क्योंकि अब वे साल में दो बार परीक्षा देकर अपने परिणामों को बेहतर बना सकेंगे। इसके साथ ही, सीबीएसई एक वैश्विक पाठ्यक्रम (Global Curriculum) भी शुरू करेगा, जिससे देश-विदेश के छात्रों को समान अवसर मिल सकेंगे।
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा: साल में दो बार होगी परीक्षा
सीबीएसई बोर्ड ने इस महत्वपूर्ण निर्णय को 18 फरवरी को शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की अध्यक्षता में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान लिया। इस बैठक में सीबीएसई ग्लोबल स्कूलों के अधिकारी और प्रतिनिधि भी शामिल थे। शिक्षा मंत्री ने छात्रों के लिए तनाव मुक्त शिक्षा और परीक्षा के माहौल को सुधारने के लिए इस नए फैसले को अहम बताया। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य छात्रों को तनावमुक्त वातावरण में सीखने का अवसर देना है, और बोर्ड परीक्षा का आयोजन साल में दो बार इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम होगा।”
ड्राफ्ट जारी किया जाएगा: सुझावों के लिए खुला रहेगा मसौदा
शिक्षा मंत्री ने यह भी बताया कि साल में दो बार बोर्ड परीक्षा के आयोजन के लिए मसौदा योजना जल्द ही सार्वजनिक परामर्श के लिए जारी की जाएगी। यह ड्राफ्ट सभी लोगों और विशेषज्ञों से सुझाव और फीडबैक प्राप्त करने के लिए रखा जाएगा, ताकि योजना को और बेहतर बनाया जा सके। इस पहल का उद्देश्य छात्रों को अधिक अवसर देना और शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाना है।
Today the Hon'ble Minister of Education, Sh. Dharmendra Pradhan, chaired a high level meeting with Secretary, DoSEL, Secretary ER, MEA, heads of CBSE, NCERT, KVS, NVS along with representatives of global schools.
The modalities of establishing and implementing the CBSE Global… pic.twitter.com/jdJ94Q6ULF
— CBSE HQ (@cbseindia29) February 18, 2025
2026 से लागू होगा नया नियम
सीबीएसई द्वारा यह नई व्यवस्था 2026 से लागू की जाएगी, जिससे छात्रों को दो बार परीक्षा देने का अवसर मिलेगा। इस पहल से यह उम्मीद जताई जा रही है कि इससे छात्रों को अपनी कमियों को सुधारने का एक और मौका मिलेगा, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे। इस बदलाव से बोर्ड परीक्षा को लेकर छात्रों के मानसिक दबाव में भी कमी आ सकती है, क्योंकि वे केवल एक बार के बजाय दो बार अपनी परीक्षा दे सकेंगे।
सीबीएसई वैश्विक पाठ्यक्रम की शुरुआत
इसके साथ ही, केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने यह भी घोषणा की कि 2026-27 शैक्षणिक सत्र से सीबीएसई वैश्विक पाठ्यक्रम (Global Curriculum) भी शुरू करेगा। यह पाठ्यक्रम विशेष रूप से विदेशी छात्रों के लिए तैयार किया जाएगा, जिससे उन्हें भारतीय शिक्षा पद्धति के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त हो सके। यह पहल देश को वैश्विक शिक्षा मंच पर और मजबूत बनाने में मदद करेगी और विद्यार्थियों के लिए एक व्यापक अवसर का निर्माण करेगी।
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2025
वर्तमान में, सीबीएसई 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा 15 फरवरी से शुरू हो चुकी है, जो 4 अप्रैल तक जारी रहेगी। इस बीच, बोर्ड ने कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा पेपर लीक होने की अफवाहें फैलाने को लेकर एक नोटिस भी जारी किया है। बोर्ड ने छात्रों को ऐसी अफवाहों से सचेत रहने की सलाह दी और कहा कि किसी भी प्रकार की पेपर लीक की घटना नहीं हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर चल रही ऐसी अफवाहों से छात्रों को भ्रमित नहीं होना चाहिए।