रोहतक, हरियाणा: हरियाणा के रोहतक जिले के सांपला कस्बे में 1 मार्च की सुबह एक नीले रंग का लावारिस सूटकेस देखा गया, जो राहगीरों की नजरों में आया। जब लोगों ने सूटकेस को खोला, तो वहां से एक युवती का शव बरामद हुआ। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया। शव की पहचान कांग्रेस नेत्री हिमानी नरवाल के रूप में हुई, जो कांग्रेस पार्टी से जुड़ी एक सक्रिय कार्यकर्ता थीं। यह घटना न केवल रोहतक, बल्कि पूरे राज्य में एक बड़ा राजनीतिक और अपराधी मामला बन चुकी है।
हिमानी नरवाल का शव मिलने की खबर
1 मार्च को सुबह करीब 7 बजे रोहतक के सांपला बस स्टैंड के पास नीले रंग का सूटकेस पड़ा हुआ था। राहगीरों ने इस सूटकेस को देखा और तुरंत पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सूटकेस खोला, तो अंदर हिमानी नरवाल का शव था। हिमानी वही नेत्री थीं, जिनकी तस्वीर भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी के साथ वायरल हुई थी। हिमानी नरवाल कांग्रेस की एक मेहनती और जुझारू कार्यकर्ता थीं, जो अपनी राजनीति को साफ-सुथरा रखने के लिए जानी जाती थीं।
हत्या की आशंका, परिवार ने जताए गंभीर आरोप
हिमानी नरवाल की हत्या को लेकर उनके परिवार ने गंभीर आरोप लगाए हैं। हिमानी की मां ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनकी बेटी को कई लोगों से रंजिश थी। उन्होंने आरोप लगाया कि उसकी हत्या कर शव को सूटकेस में भरकर यहां फेंका गया। हिमानी की मां का कहना था, “मेरी बेटी बहुत छोटी उम्र में इतनी तरक्की कर गई थी, जिससे कई लोग नाराज थे। वह सही राजनीति करना चाहती थी और कभी भी किसी से समझौता नहीं करती थी, इस वजह से उसके विरोधी बढ़ गए थे।”
हिमानी की मां ने यह भी कहा कि पार्टी के कई सदस्य उनके घर आते थे, और उन्हें शक था कि किसी पार्टी के सदस्य का हाथ इस हत्या में हो सकता है। उन्होंने सरकार और प्रशासन से न्याय की गुहार लगाते हुए कहा कि उनकी बेटी को न्याय मिलना चाहिए और हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
28 फरवरी से बंद था हिमानी का फोन
हिमानी की मां ने यह भी बताया कि वह अपनी बेटी के साथ 27 फरवरी को शाम 4 बजे तक थीं। इसके बाद उन्होंने 28 फरवरी को हिमानी को फोन किया, लेकिन फोन बंद आ रहा था। हिमानी को काठमंडी में एक कार्यक्रम में भाग लेना था, जहां पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा साहब भी आने वाले थे। हिमानी ने पिछले 10 वर्षों से कांग्रेस पार्टी के लिए काम किया था और वह साफ राजनीति के पक्षधर थीं। इसके बावजूद, उन्हें कई बार समझौता करने के लिए दबाव डाला गया था, लेकिन उन्होंने हमेशा सच्चाई के साथ खड़ा रहकर काम किया।
पुलिस ने बनाई पांच टीमें, जांच जारी
हिमानी नरवाल की हत्या की जांच के लिए पुलिस ने पांच विशेष टीमों का गठन किया है। पुलिस की साइबर टीम उनके सोशल मीडिया अकाउंट्स की गहन जांच कर रही है, ताकि किसी संदिग्ध गतिविधि या संपर्क का पता चल सके। साथ ही, उनके घर और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला जा रहा है। हालांकि, जिस स्थान पर शव बरामद हुआ, वहां कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं था, जिससे पुलिस को जांच में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
हिमानी नरवाल कौन थीं?
हिमानी नरवाल एक सक्रिय और मेहनती कांग्रेस कार्यकर्ता थीं। उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी के साथ हिस्सा लिया था और यात्रा के श्रीनगर तक जाने के दौरान उनका समर्पण और योगदान साफ दिखाई दिया था। वह पार्टी के हर महत्वपूर्ण कार्यक्रम में उपस्थित रहती थीं और अपने निडर और सच्चे तरीके से राजनीति करती थीं। विधायक बीबी बत्रा ने भी उनकी हत्या की पुष्टि की और इसे एक गंभीर मामला बताया। बत्रा ने कहा कि हिमानी की हत्या की जांच SIT से करवाई जानी चाहिए, ताकि मामले का सही तरीके से पर्दाफाश हो सके।
क्या कहती है पुलिस?
पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच में यह एक हत्या का मामला प्रतीत हो रहा है, और हत्या के पीछे किसी व्यक्तिगत रंजिश या राजनीतिक विवाद का हाथ हो सकता है। मामले की गहराई से जांच की जा रही है और सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने परिवार के बयान भी दर्ज किए हैं और जल्द ही आरोपियों की पहचान करने के लिए अतिरिक्त जानकारी जुटाई जा रही है।
हिमानी नरवाल की हत्या एक बड़े राजनीतिक और अपराधी मामले के रूप में सामने आई है, जिससे न केवल रोहतक, बल्कि पूरे हरियाणा और कांग्रेस पार्टी में हलचल मच गई है। उनकी हत्या की गुत्थी सुलझाना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती होगी। हिमानी नरवाल ने अपनी जीवनभर की मेहनत और ईमानदारी से कांग्रेस पार्टी को समर्पित किया था। अब यह देखना होगा कि पुलिस हत्यारों का सुराग कैसे पकड़ती है और परिवार को न्याय मिलता है या नहीं।