बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान ‘दाना’ ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में भारी तबाही मचाई है। तूफान के कारण भारी बारिश, तेज हवाएं और ऊंची लहरें उठीं जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।
तूफान का कहर
- लैंडफॉल: तूफान दाना गुरुवार की देर रात भुवनेश्वर के पास लैंडफॉल हुआ।
- भारी बारिश: तूफान के साथ भारी बारिश हुई जिससे कई इलाकों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई।
- तेज हवाएं: तेज हवाओं के कारण पेड़ उखड़ गए और कई घरों को नुकसान पहुंचा।
- ऊंची लहरें: समुद्र में उठी ऊंची लहरों के कारण तटीय इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया।
- यातायात बाधित: तूफान के कारण कई ट्रेनें और उड़ानें रद्द कर दी गईं।
मछुआरों का लापता होना
बंगाल में तूफान के कारण तीन नावें पलट गईं जिनमें सवार 16 मछुआरे लापता हैं। प्रशासन द्वारा उनकी तलाश की जा रही है।
ओडिशा में सुबह से हो रही वर्ष, जगह-जगह उखड़े पेड़
ओडिशा में तूफान का असर पहले से ही दिख रहा है। गुरुवार सुबह से ही पुरी समेत कई इलाकों में तेज हवा के साथ वर्षा हो रही है। वहीं, आंधी में कई जगह पेड़ उखड़ गए हैं। खबर लिखे जाने तक पारादीप में नौ मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई है। शुक्रवार को भारी वर्षा को लेकर सात जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। कुछ इलाकों के लिए आरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है।
सरकार की तैयारियां
सरकार ने तूफान से निपटने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए। एनडीआरएफ की टीमों को प्रभावित क्षेत्रों में तैनात किया गया। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।