आगरा: उत्तर भारत की आत्मनिर्भर महिलाओं को सशक्त बनाने वाले एनजीओ हैण्डनीट इंडिया की डिज़ाइनर सुश्री कांति नेगी को गोवा में आयोजित ‘नेशनल हैंडलूम डे’ समारोह में सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें उनके द्वारा डिज़ाइन किए गए हाथ से बुने हुए बेहतरीन परिधानों के लिए मिला।
गोवा में आयोजित भव्य फैशन शो में, देश भर से करीब 50 फैशन डिज़ाइनर ने अपने परिधानों का प्रदर्शन किया। इस आयोजन में हैण्डनीट इंडिया ने भी अपनी खास जगह बनाई।
हैण्डनीट इंडिया: आत्मनिर्भरता का प्रतीक
हैण्डनीट इंडिया उत्तर भारत की लगभग 1500 महिलाओं का प्रतिनिधित्व करता है, जो अपने जीवन-यापन के लिए हाथ से बुने परिधान तैयार करती हैं। यह संस्था इन महिलाओं को प्रशिक्षण देने, बुनाई का सामान उपलब्ध कराने से लेकर उनके बनाए उत्पादों को बेचने तक की पूरी जिम्मेदारी निभाती है, जिससे वे आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ सकें।
संस्था ने हाल ही में आगरा के ताज व्यू होटल में अपना पहला रिटेल आउटलेट खोला है। इस आउटलेट का प्रबंधन डिज़ाइनर सुश्री कांति नेगी करती हैं। यह आगरा के लिए गर्व की बात है कि यहाँ विदेशी और भारतीय पर्यटक इन महिलाओं के बनाए खूबसूरत उत्पादों को खरीद सकेंगे। हैण्डनीट इंडिया को उम्मीद है कि इस आउटलेट की सफलता के बाद वे जल्द ही अन्य शहरों में भी अपने आउटलेट खोलेंगे। साथ ही, संस्था आगरा की महिलाओं को भी हाथ से बुने परिधानों की ट्रेनिंग देने पर विचार कर रही है।
अन्तर्राष्ट्रीय डिज़ाइनरों ने किया सम्मान
गोवा में हुए इस सम्मान समारोह में इंटरनेशनल डिज़ाइनर रीना ढाका और रुमा देवी ने सुश्री कांति नेगी को मोमेंटो देकर सम्मानित किया। इन दोनों दिग्गज डिज़ाइनरों ने हैण्डनीट इंडिया द्वारा हाथ से बुने कपड़ों को देखकर आश्चर्य व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि हाथ से बुने परिधान इतने सुंदर, फिट और आधुनिक फैशन के अनुरूप भी हो सकते हैं, यह देखकर वे बेहद प्रभावित हुईं।
रीना ढाका फैशन जगत का एक बड़ा नाम हैं, वहीं रुमा देवी ने रूढ़िवादिता से संघर्ष करते हुए देश-विदेश में फैशन परिधानों का सफल व्यापार स्थापित किया है। वह राजस्थानी कपड़े पहनकर अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व करती हैं।
यह फैशन शो “वर्ल्ड डिज़ाइन फोरम” द्वारा 6 और 7 अगस्त, 2025 को गोवा में आयोजित किया गया था। इस सम्मान से हैण्डनीट इंडिया के प्रयासों को एक नई पहचान मिली है और यह संस्था भविष्य में और भी अधिक महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए प्रेरित हुई है।