हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी (सपा) को सीटें देने से मना कर दिया है। सपा ने हरियाणा में तीन से पांच सीटों की मांग की थी, जिनमें यादव और मुस्लिम बहुल क्षेत्रों की सीटें शामिल हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इन सीटों पर दावा जताने के लिए कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल से बातचीत की है।
कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इस मुद्दे पर स्पष्ट किया कि हरियाणा में कांग्रेस का सपा के साथ कोई गठबंधन नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज्य स्तर पर स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ेगी और न तो आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन करेगी और न ही सपा को सीटें देने की कोई चर्चा है।
हुड्डा ने यह भी स्पष्ट किया कि सपा और कांग्रेस का गठबंधन केवल केंद्रीय स्तर पर है और राज्य स्तर पर इसका कोई अस्तित्व नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हरियाणा में अपनी ताकत पर भरोसा करती है और राज्य स्तर पर गठबंधन की कोई योजना नहीं है।
सपा ने उत्तर प्रदेश में भी उपचुनाव के लिए कांग्रेस से सीटें मांगी हैं। वहीं, सपा का मानना है कि अगर हरियाणा में उनकी मांग पूरी नहीं होती है, तो उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की दावेदारी को भी गंभीरता से नहीं लिया जा सकता। सपा ने महाराष्ट्र और हरियाणा में भी सीटों पर दावा किया है।
अखिलेश यादव ने एक कार्यक्रम में कहा था कि कांग्रेस नेतृत्व को हरियाणा और महाराष्ट्र के बारे में अपनी स्थिति बता दी गई है, और इस आधार पर उत्तर प्रदेश में सीटों पर साझेदारी की संभावनाएं भी निर्धारित होंगी।