पुणे और मुंबई इन दो शहरों को जोड़ने वाली मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे का सफर और महंगा होने वाला है। क्योंकि आगामी एक अप्रैल से एक्सप्रेस-वे पर सफर करने वालों को टोल के लिए 18 फीसदी ज्यादा भुगतान करना होगा. वर्ष 2004 में लोक निर्माण विभाग ने मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे के टोल को हर तीन साल में 18 फीसदी बढ़ाने की अधिसूचना जारी की थी. इस हिसाब से 2023 में टोल रेट बढ़ रहा है।
इससे पहले 1 अप्रैल, 2020 को भी इसी तरह की बढ़ोतरी हुई थी। हालांकि एमएसआरडीसी ने कहा कि 1 अप्रैल, 2023 को लागू टोल दरें 2030 तक लागू रहेंगी। मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे एक महत्वपूर्ण सड़क है। इस सड़क पर ट्रैफिक अधिक होने से अक्सर भीषण जाम लग जाता है। इसका खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ता है। ट्रैफिक जाम और दुर्घटनाओं दोनों के कारण मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे लगातार चर्चा का विषय बना हुआ है। अक्सर प्रशासन से सवाल किए जाते हैं। लेकिन इसका समाधान नहीं हुआ है। सुविधाएं नहीं दी जाती हैं। लेकिन टोल वृद्धि नियमित रूप से की जाती है।
इस वर्ष न्यूनतम दर वर्तमान दर से 50 से 70 रुपए तक बढ़ा दी गई है। दो महत्वपूर्ण शहरों को जोड़ने वाला यह मार्ग सुचारु गति से चलता है, लेकिन इसकी तुलना में इस मार्ग पर दुर्घटनाओं का सिलसिला भी देखा जा सकता है। इस सड़क पर आए दिन हो रहे हादसों में अबतक दर्जनों लोगों की जान जा चुकी है। कई परिवार तबाह हो गए हैं। लेकिन फिर भी उचित सुविधाएं नहीं मिल पा रही है। दुर्घटना सत्र कब समाप्त होगा, यह प्रश्न कई वर्षों से पूछा जाता रहा है।