भारत और अमेरिका ने व्यापार, प्रौद्योगिकी और रक्षा में सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई है. यह सहमति दोनों देशों के विदेश मंत्रियों और रक्षा मंत्रियों की 2+2 बैठक के दौरान बनी.
दोनों देशों ने व्यापार और निवेश बढ़ाने के लिए एक नया फ्रेमवर्क विकसित करने पर सहमति जताई है. यह फ्रेमवर्क दोनों देशों के बीच व्यापार बाधाओं को कम करने और निवेश को बढ़ावा देने में मदद करेगा.
दोनों देशों ने प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भी सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई है. यह सहयोग कृत्रिम बुद्धिमत्ता, साइबर सुरक्षा और सेमीकंडक्टर जैसे क्षेत्रों में होगा.
दोनों देशों ने रक्षा के क्षेत्र में भी सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई है. यह सहयोग संयुक्त सैन्य अभ्यास, सूचना साझा करने और रक्षा उपकरणों की खरीद में होगा.
भारत और अमेरिका के बीच सहयोग बढ़ना दोनों देशों के लिए फायदेमंद है. इस सहयोग से दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाएं मजबूत होंगी और सुरक्षा बढ़ेगी.
भारत और अमेरिका के बीच सहयोग भारत-प्रशांत क्षेत्र में शांति और सुरक्षा को बनाए रखने में भी मदद करेगा. यह सहयोग चीन के बढ़ते प्रभाव को भी नियंत्रित करने में मदद करेगा.
भारत और अमेरिका के बीच सहयोग बढ़ना एक सकारात्मक घटना है. इस सहयोग से दोनों देशों के साथ-साथ पूरे विश्व को लाभ होगा.