महाराष्ट्र की बस व्यवस्था कष्टदायक, यात्रा में हुए अनुभवों को मीडिया के साथ साझा किया
आगरा। महाराष्ट्र में स्थित तीनों ज्योतिर्लिंगों और आसपास स्थित पौराणिक स्थलों का वैदिक सूत्रम चेयरमैन पं० प्रमोद गौतम ने बीते दिनों
भ्रमण किया । अपनी इस यात्रा में हुए अनुभवों का शुक्रवार को मीडिया के साथ साझा किया ।
वैदिक सूत्रम चेयरमैन पं० प्रमोद गौतम ने महाराष्ट्र के तीनों ज्योतिर्लिंगों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पुणें से लगभग 130 किलोमीटर दूर पहाड़ियों पर स्थित भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग, औरंगाबाद से 40 किलोमीटर की दूरी पर एलोरा की गुफाओं के नजदीक दौलताबाद क्षेत्र में शिवजी के आखिरी 12 वें घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग, नाशिक स्थित त्रयम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग है।
इन ज्योतिर्लिंगों के आस-पास स्थित शिरडी, शनि-शिंगणापुर, नाशिक स्थित पंचवटी एवम त्रेतायुग के तपोवन क्षेत्र में भगवान श्री राम के वनवास काल के पौराणिक स्थलों को नजदीक से देखने का सौभाग्य अपनी 09 दिवसीय धार्मिक यात्राओं के दौरान इन स्थलों के दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
पं० प्रमोद गौतम ने बताया कि महाराष्ट्र की ज्यादातर बसों की हालत बहुत ज्यादा खराब हालत में हैं। कुल मिलाकर यह कह सकते हैं, कि वर्तमान में महाराष्ट्र सरकार को तीर्थ यात्रियों की परेशानियों को देखते हुए दूसरे राज्यों से आये हुए तीर्थ यात्रियों को परेशानी न हो इसके लिए अलग से नई सरकारी बसों का इंतजाम विशेकर तीर्थ यात्रियों के लिए अलग से करने की जरूरत है।
उन्होंने तीर्थ यात्रा में आने वाली परेशानियों का कटु अनुभव अपनी 09 दिवसीय आगरा से महाराष्ट्र के तीर्थ स्थलों की धार्मिक यात्रा के दौरान 17 नवंबर से लेकर 24 नवंबर 2023 तक स्वयं किया है। उनके साथ महाराष्ट्र की धार्मिक यात्राओं के सहभागी आगरा से वरिष्ठ सपा नेता पं पूरन चन्द्र गौतम ने भी महाराष्ट्र सरकार द्वारा संचालित इन बसों में कष्टदायक कटु अनुभव किया।