कोलकाता : केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने सोमवार को आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (आरजीकेएमसीएच) के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष पर पॉलीग्राफ टेस्ट का दूसरा चरण पूरा कर लिया। यह टेस्ट केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (सीएफएसएल) की एक टीम द्वारा आयोजित किया गया। इससे पहले सीबीआई ने इसी मामले में गिरफ्तार आरोपी संजय रॉय का भी पॉलीग्राफ टेस्ट किया था।
इस टेस्ट का उद्देश्य संस्थान में एक महिला डॉक्टर के बलात्कार और हत्या मामले की जांच को आगे बढ़ाना है। सीबीआई के सूत्रों के अनुसार, परीक्षण के दौरान कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ सामने आई हैं, जो जांच की दिशा को प्रभावित कर सकती हैं।
संदीप घोष और उनके रिश्तेदारों के खिलाफ सीबीआई ने 25 अगस्त को पश्चिम बंगाल के कोलकाता में विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की। इससे पहले, 24 अगस्त को, कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश पर सीबीआई ने संदीप घोष के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।
उच्च न्यायालय की एकल पीठ ने सीबीआई को मेडिकल कॉलेज में कथित भ्रष्टाचार की जांच करने का आदेश दिया था। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने सीबीआई से जांच की प्रगति रिपोर्ट 17 सितंबर तक प्रस्तुत करने के लिए कहा है।
इस मामले में, सुप्रीम कोर्ट ने 9 अगस्त को स्वतः संज्ञान लेते हुए कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की सुरक्षा केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) को सौंपने का आदेश दिया था। उस दिन ट्रेनी डॉक्टर का शव कॉलेज के सेमिनार हॉल में पाया गया था, जिसके बाद से यह मामला सुर्खियों में है।
जांच की गति और खुलासे इस घटना की गंभीरता को देखते हुए महत्वपूर्ण हैं, और सीबीआई की जांच पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं।