Advertisement

Advertisements

कोलकाता के डॉक्टरों की 41 दिनों की हड़ताल हुई समाप्त: न्याय की लड़ाई जारी

Dharmender Singh Malik
2 Min Read

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुई घटना के बाद जूनियर डॉक्टरों ने 41 दिनों तक हड़ताल की। अब, जनरल बॉडी की बैठक के बाद उन्होंने अपनी हड़ताल वापस ले ली है और शनिवार से काम पर लौटने का निर्णय लिया है। हालांकि, आपातकालीन सेवाएं फिर से शुरू होंगी, जबकि ओपीडी सेवाएं निलंबित रहेंगी।

धरने का अंत, लेकिन आंदोलन जारी

जूनियर डॉक्टरों ने स्वास्थ्य भवन के सामने पिछले 10 दिनों से चल रहे धरने को समाप्त कर दिया है। लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया है कि जब तक मृत महिला डॉक्टर को न्याय नहीं मिलता, उनका आंदोलन जारी रहेगा। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और मुख्य सचिव मनोज पंत के साथ दो दौर की बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया।

See also  UGC NET 2025: June Session Application Window Closes May 8th, Exam Set for June 21-30; City Slips & Admit Cards Coming Soon

सुरक्षा सुनिश्चित करने के आश्वासन

मुख्यमंत्री की बैठक के बाद, कोलकाता पुलिस आयुक्त और अन्य उच्च अधिकारियों को हटा दिया गया था। मुख्य सचिव ने स्वास्थ्य सचिव को सरकारी अस्पतालों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिए हैं, जिसमें सीसीटीवी कैमरे और ‘पैनिक बटन’ लगाने की व्यवस्था शामिल है।

सुरक्षा ऑडिट का कार्य

बंगाल पुलिस के पूर्व महानिदेशक सुरजीत कर पुरकायस्थ को सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों का सुरक्षा ऑडिट करने का जिम्मा सौंपा गया है। इसके अलावा, डॉक्टरों, नर्सों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के रिक्त पदों पर जल्द नियुक्ति की भी बात की गई है।

धरनास्थल पर तिरपाल और पंखे हटाए गए

धरना स्थल पर लगे तिरपाल और पंखे गुरुवार सुबह हटा दिए गए, जिसे डॉक्टरों ने पुलिस के दबाव का परिणाम बताया। हालांकि, पुलिस ने इस आरोप से इंकार किया है।

See also  Manipur : मणिपुर में 55 करोड़ रुपये की ब्राउन शुगर जब्त, म्यांमार के दो तस्कर दबोचे

 

Advertisements

See also  कनाडा का भारत विरोधी रवैया जारी, ट्रूडो सरकार पर भारत का कड़ा प्रहार
Share This Article
Editor in Chief of Agra Bharat Hindi Dainik Newspaper
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement