कोलकाता कांड: संजय रॉय को उम्रकैद, पीड़िता के माता-पिता असंतुष्ट, मुआवज़ा लेने से इनकार

Dharmender Singh Malik
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कोलकाता कांड: संजय रॉय को उम्रकैद, पीड़िता के माता-पिता असंतुष्ट, मुआवज़ा लेने से इनकार

कोलकाता: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में हुई रेप और हत्या के मामले में दोषी संजय रॉय को उम्रकैद की सजा सुनाए जाने पर पीड़िता के माता-पिता ने निराशा व्यक्त की है. वे इस फैसले से संतुष्ट नहीं हैं और उनका मानना है कि इस जघन्य अपराध की जांच पूरी तरह से नहीं की गई है, और कई असली दोषियों को बचाया गया है. उन्होंने इंसाफ की मांग करते हुए उच्च न्यायालय में अपील करने की बात कही है.

पीड़िता की माँ का बयान 

पीड़िता की माँ ने अपनी निराशा व्यक्त करते हुए कहा, “हम स्तब्ध हैं. यह मामला ‘रेयरेस्ट ऑफ रेयर’ (दुर्लभतम से दुर्लभतम) की श्रेणी में क्यों नहीं आता? ड्यूटी पर मौजूद एक डॉक्टर के साथ बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई. हम इस फैसले से निराश हैं. हमें लगता है कि इस अपराध के पीछे एक बड़ी साजिश थी, जिसकी पूरी तरह से जांच नहीं की गई.”

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अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनिर्बान दास ने सजा सुनाते समय कहा था कि यह मामला ‘रेयरेस्ट ऑफ रेयर’ की श्रेणी में नहीं आता है, इसलिए उन्होंने दोषी को उम्रकैद की सजा सुनाई है.

मुआवज़ा लेने से इनकार 

पीड़िता के पिता ने दृढ़ संकल्प दिखाते हुए कहा कि वे तब तक अपनी लड़ाई जारी रखेंगे जब तक कि इस अपराध में शामिल सभी दोषियों को सज़ा नहीं मिल जाती. उन्होंने कोर्ट द्वारा राज्य सरकार को दिए गए 17 लाख रुपये के मुआवज़े को भी लेने से इनकार कर दिया है. जज ने अपने फैसले में कहा था कि चूँकि पीड़िता की मौत अस्पताल में ड्यूटी के दौरान हुई, जो कि उसका कार्यस्थल था, इसलिए उसके परिवार को मुआवज़ा मिलना चाहिए, जो कि राज्य सरकार की ज़िम्मेदारी है.

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संजय रॉय की दोषसिद्धि 

शनिवार को संजय रॉय को भारतीय न्याय संहिता की धारा 64, 66 और 103 (1) के तहत दोषी ठहराया गया था. इसके बाद पीड़िता की माँ ने कहा था कि वे अभी भी उन अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी और सज़ा का इंतज़ार कर रही हैं जो इस अपराध में शामिल थे. उन्होंने कहा कि जैविक साक्ष्यों से यह साबित हो गया है कि संजय रॉय दोषी है और अदालत में सुनवाई के दौरान उसका चुप रहना भी उसकी भागीदारी को साबित करता है.

न्याय की लड़ाई जारी रखने का संकल्प 

पीड़िता की माँ ने कहा, “संजय रॉय इस मामले में अकेला नहीं था. और भी लोग हैं जो इसमें शामिल हैं, लेकिन उन्हें अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है. इसलिए हमें पूरा न्याय नहीं मिला है. मैं अपने पति के साथ जीवन के अंतिम दिन तक न्याय के लिए अपनी लड़ाई जारी रखूंगी. यह मामला तभी पूरा होगा जब हमारी बेटी की हत्या में शामिल सभी लोगों को सज़ा मिलेगी. हम उस दिन का इंतज़ार करेंगे और उस दिन तक हम चैन से नहीं सो पाएंगे. अब हम बस यही चाहते हैं.”

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ममता बनर्जी का असंतोष 

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी संजय रॉय को आजीवन कारावास की सज़ा दिए जाने पर असंतोष व्यक्त किया है. उन्होंने सोमवार को दावा किया कि इस मामले की जांच का जिम्मा कोलकाता पुलिस से जबरन छीन लिया गया था. उन्होंने कहा कि अगर यह ज़िम्मेदारी पुलिस के पास होती, तो निश्चित तौर पर दोषी को मौत की सज़ा मिलती. उन्होंने इस मामले की सीबीआई जांच पर सवाल उठाते हुए कहा, “हमने फांसी की मांग की थी, लेकिन कोर्ट ने उम्रकैद की सज़ा दे दी.”

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Editor in Chief of Agra Bharat Hindi Dainik Newspaper
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