पटना, बिहार: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सुप्रीमों और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे, समस्तीपुर जिले के हसनपुर विधानसभा सीट से विधायक तेज प्रताप यादव ने शनिवार को सोशल मीडिया पर एक ऐसा पोस्ट कर सनसनी फैला दी है, जिसने बिहार के राजनीतिक गलियारों में भारी हलचल मचा दी है। उन्होंने खुलासा किया है कि वे पिछले 12 सालों से अनुष्का यादव के साथ रिश्ते में हैं और दोनों एक-दूसरे से बेहद प्यार करते हैं।
भावुक पोस्ट से किया अपने प्यार का इजहार: ‘बहुत दिनों से कहना चाहता था’
राजद नेता और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने अपने निजी जीवन को लेकर यह बड़ा खुलासा एक भावुक सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से किया। उन्होंने बताया कि वे पिछले 12 वर्षों से अनुष्का यादव नाम की महिला के साथ रिश्ते में हैं और दोनों एक-दूसरे से बेहद प्यार करते हैं।
हसनपुर के विधायक तेज प्रताप ने अपनी पोस्ट में लिखा, “मैं तेज प्रताप यादव और मेरे साथ इस तस्वीर में जो दिख रही हैं, उनका नाम अनुष्का यादव है। हम दोनों पिछले 12 सालों से एक-दूसरे को जानते हैं और प्यार भी करते हैं। हम लोग पिछले 12 सालों से एक रिलेशनशिप में रह रहे हैं। मैं बहुत दिनों से आप लोगों से यह बात कहना चाहता था, पर समझ नहीं आ रहा था कैसे कहूं। इसलिए आज इस पोस्ट के माध्यम से अपने दिल की बात आप सबके बीच रख रहा हूं। आशा करता हूं आप लोग मेरी बातों को समझेंगे।”
खुलासे के बाद बिहार की सियासत में हलचल तेज: जीतन राम मांझी ने RJD पर साधा निशाना
तेज प्रताप यादव के इस पोस्ट के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। उनके इस खुलासे ने बिहार की राजनीति में एक नई बहस छेड़ दी है, खासकर तब जब उनका तलाक का मामला (पूर्व पत्नी ऐश्वर्या राय से) अभी भी फैमिली कोर्ट में लंबित है।
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी सहित कई अन्य बड़े नेताओं ने राजद को इस मामले पर आड़े हाथों लिया है। इस तरह के निजी खुलासे पर सार्वजनिक प्रतिक्रियाएं आना स्वाभाविक है, लेकिन मांझी जैसे नेताओं द्वारा राजद को घेरना इस बात का संकेत है कि यह मामला अब व्यक्तिगत से बढ़कर राजनीतिक रंग ले रहा है।
तेज प्रताप यादव ने अतीत में अपनी शादी को ‘पॉलिटिकली मोटिवेटेड’ (राजनीतिक रूप से प्रेरित) बताया था और कहा था कि उन्हें शादी से डर लगता है। ऐसे में 12 साल पुरानी रिलेशनशिप का यह खुलासा न केवल उनके प्रशंसकों, बल्कि राजनीतिक विश्लेषकों को भी चौंका रहा है। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस घटनाक्रम का राजद और बिहार की राजनीतिक समीकरणों पर क्या असर पड़ता है।