आगरा: जैसा कि अक्सर देखा जाता है, भारत में इस बार भी मॉनसून के जल्दी आने की बातें हो रही हैं। खबरें बताती हैं कि केरल से लेकर उत्तर प्रदेश-दिल्ली तक कहीं-कहीं हल्की बारिश हुई है। हालांकि, अब ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि मॉनसून जून के पहले और दूसरे हफ्ते में कुछ दिनों के लिए “ठहराव” में जा सकता है।
जी हां, ऐसा माना जा रहा है कि यह लगभग एक हफ्ते का ब्रेक ले सकता है। ऐसे में, पिछले 16 सालों में पहली बार मॉनसून की जो जल्दी बारिश हुई है, उस पर कुछ दिनों के लिए ब्रेक लग सकता है। हालांकि, चिंता करने की कोई बात नहीं है। मौसम वैज्ञानिकों ने वह तारीख भी बता दी है जब यह फिर से रफ्तार पकड़ेगा।
मॉनसून 2025 का ठहराव और फिर तेज़ रफ्तार
अगर मौसम विभाग का अनुमान सही रहा, तो मॉनसून 11 जून के आसपास से फिर से रफ्तार पकड़ेगा। मौसम कार्यालय के दो वरिष्ठ अधिकारियों ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को यह जानकारी दी है। यह ‘ठहराव’ मॉनसून के सामान्य व्यवहार का हिस्सा हो सकता है, जिससे किसानों को भी बुवाई की तैयारी के लिए थोड़ा और समय मिल जाएगा।
अर्थव्यवस्था के लिए मॉनसून 2025 का महत्व
लगभग 4 खरब डॉलर की देश की अर्थव्यवस्था के लिए मॉनसून बहुत महत्वपूर्ण है। इसी से देश की लगभग 70 प्रतिशत बारिश होती है, जो भारत के खेतों को पानी देने के साथ-साथ जल स्तर बनाए रखने के लिए भी ज़रूरी है। भारत की लगभग आधी खेती योग्य भूमि अच्छी फसल के लिए जून से सितंबर तक होने वाली मॉनसून की बारिश पर निर्भर करती है। यह बारिश न केवल कृषि क्षेत्र को जीवन देती है, बल्कि शहरी क्षेत्रों में भी पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करती है।
मॉनसून 2025 फिर से कब पकड़ेगा गति?
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के पुणे कार्यालय के वैज्ञानिक एस.डी. सानप ने कहा है कि आने वाले दिनों में मॉनसून की बारिश धीमी रहेगी लेकिन 11 से 12 जून तक मॉनसून फिर से गति पकड़ेगा और देश के बाकी हिस्सों को कवर करना शुरू कर देगा। IMD के चार्ट के अनुसार, जो मॉनसून की प्रगति पर अपडेट रखता है, उसकी प्रगति अब कुछ दिनों के लिए थम सी गई है।
एक मौसम अधिकारी ने बताया कि 11 जून के आसपास बंगाल की खाड़ी में मौसम में बदलाव आएगा, जिससे मॉनसून मज़बूत होगा और देश के उत्तरी हिस्से की ओर बढ़ने के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल होंगी। आमतौर पर मॉनसून 1 जून के आसपास केरल पहुंचता है और मध्य जुलाई तक पूरे देश को कवर कर लेता है। इसी के साथ किसान धान, मक्का, कपास, सोयाबीन और गन्ना जैसी फसलों की खेती करते हैं। यह बदलाव किसानों के लिए अच्छी खबर है।
अस्वीकरण (Disclaimer): यह जानकारी मौसम विभाग के अनुमानों और मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। मॉनसून की शुरुआत की तारीखें और उसकी प्रगति हर साल बदल सकती है। लेख में उल्लिखित मई 24 को केरल में मॉनसून की शुरुआत या जून के शुरुआती दिनों में “UP-दिल्ली तक बारिश” की जानकारी वर्तमान 2025 मॉनसून के लिए आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं हुई है। सबसे सटीक और नवीनतम मॉनसून अपडेट के लिए, कृपया भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की आधिकारिक वेबसाइट और घोषणाओं पर ही भरोसा करें।