सद्गुरु जग्गी वासुदेव के “Miracle Of Mind” ऐप ने एक अभूतपूर्व सफलता हासिल की है। महज 15 घंटों में इस ऐप ने 10 लाख से ज्यादा डाउनलोड का आंकड़ा पार कर लिया है, जो एक नया रिकॉर्ड है। इस फ्री ध्यान ऐप ने न सिर्फ अपनी धमाकेदार शुरुआत की है, बल्कि यह चैटजीपीटी जैसे ऐप्स को भी पीछे छोड़ चुका है।
महाशिवरात्रि पर लॉन्च हुआ ऐप
26 फरवरी, 2025 को महाशिवरात्रि के अवसर पर कोयंबटूर स्थित ईशा योगा सेंटर में सद्गुरु ने एक भव्य और दिव्य कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम के दौरान सद्गुरु ने अपनी नई ऐप “Miracle Of Mind” का उद्घाटन किया। यह कार्यक्रम शाम 6 बजे शुरू होकर 27 फरवरी को सुबह 6 बजे तक चला।
सद्गुरु ने इस अवसर पर अपने अनुयायियों को मानसिक शांति और संतुलन प्राप्त करने के उपाय बताए और इसी कड़ी में इस ऐप को लॉन्च किया। इस ऐप के जरिए लोग 7 मिनट के सरल और प्रभावी ध्यान अभ्यास के माध्यम से मानसिक शांति और कल्याण प्राप्त कर सकते हैं।
It is expected that by 2050, about 30-33% of the world's population would be mentally ill. This is because we always think that solutions to our challenges are outside of us. All the solutions are within us, but we have no "Inward access." The Miracle of Mind app will teach you… pic.twitter.com/Q5h0JSwj7U
— Sadhguru (@SadhguruJV) February 27, 2025
सद्गुरु के ऐप ने रचा इतिहास
सद्गुरु का “Miracle Of Mind” ऐप ने लॉन्च के महज 15 घंटों के भीतर 1 मिलियन यानी 10 लाख डाउनलोड्स का आंकड़ा पार कर लिया। यह एक रिकॉर्ड है, क्योंकि पहले किसी ऐप को इतनी कम समय में इतनी बड़ी संख्या में डाउनलोड नहीं मिले थे। खास बात यह है कि इस ऐप ने चैटजीपीटी जैसे बड़े प्लेटफॉर्म्स को भी पीछे छोड़ दिया है।
इस ऐप की सफलता से सोशल मीडिया पर हलचल मच गई है। भारत से लेकर अमेरिका, कनाडा, यूके, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, मलेशिया, हांगकांग, जर्मनी, केन्या और यूएई जैसे देशों में “Miracle Of Mind” ऐप ट्रेंड कर रहा है। इस ऐप की उपलब्धता ने यह साबित कर दिया कि ध्यान और मानसिक स्वास्थ्य के प्रति लोगों का रुझान बढ़ रहा है।
कई भाषाओं में उपलब्ध
यह ऐप फिलहाल अंग्रेजी, हिंदी, तमिल, रूसी, और स्पेनिश जैसी भाषाओं में उपलब्ध है, जिससे इसे वैश्विक स्तर पर एक बड़ी पहुंच मिल रही है। इसका सबसे लोकप्रिय फीचर 7 मिनट का ध्यान अभ्यास है, जो तेजी से वायरल हो गया है। इसके अलावा, ऐप में एक एआई-संचालित सुविधा भी है जो सद्गुरु के ज्ञान को विभिन्न विषयों पर साझा करता है। इस ऐप की यह खासियत इसे और भी आकर्षक बनाती है, क्योंकि यह सिर्फ ध्यान से परे जाकर मानसिक विकास के अन्य पहलुओं को भी समाहित करता है।
सद्गुरु का संदेश
सद्गुरु ने इस ऐप के लॉन्च के बारे में सोशल मीडिया पर कहा कि “उम्मीद है कि 2050 तक, दुनिया की लगभग 30-33% आबादी मानसिक रूप से बीमार होगी। इसका कारण यह है कि हम अक्सर अपनी समस्याओं का समाधान बाहरी चीजों में खोजते हैं, जबकि हर समाधान हमारे भीतर ही है। लेकिन हमारी आंतरिक पहुंच नहीं है।”
उन्होंने आगे कहा, “Miracle Of Mind” ऐप इस आंतरिक पहुंच को विकसित करने का एक माध्यम है। इस ऐप को हर व्यक्ति को रोज़ 7 मिनट का समय निकालकर अपने मानसिक कल्याण के लिए उपयोग करना चाहिए। यह न सिर्फ व्यक्तिगत लाभ के लिए है, बल्कि इससे आप अपने आसपास के लोगों के लिए भी एक सकारात्मक वातावरण बना सकते हैं।
भारत में मानसिक स्वास्थ्य की चुनौती
भारत में मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं। हाल के आंकड़ों के अनुसार, लगभग 60 से 70 मिलियन लोग मानसिक बीमारियों से प्रभावित हैं। आत्महत्या के मामलों में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की रिपोर्ट के मुताबिक, 2022 में भारत में आत्महत्या से 1.71 लाख लोग अपनी जान गंवा चुके थे, जो कि एक चिंताजनक स्थिति को दर्शाता है।
ऐसे में “Miracle Of Mind” ऐप एक सकारात्मक कदम साबित हो सकता है, जो लोगों को मानसिक शांति और आत्म-मूल्य का अहसास दिलाने में मदद कर सकता है। यह ऐप मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए एक नई दिशा प्रदान करता है।
सद्गुरु का “Miracle Of Mind” ऐप न केवल एक तकनीकी सफलता है, बल्कि यह मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण योगदान भी है। इस ऐप के माध्यम से लोग अपनी मानसिक स्थिति को बेहतर बना सकते हैं और सद्गुरु के मार्गदर्शन से आत्म-बोध की दिशा में एक कदम और बढ़ सकते हैं। इस ऐप की सफलता यह साबित करती है कि मानसिक कल्याण की ओर बढ़ते हुए लोग अब डिजिटल युग में अपनी मानसिक शांति की तलाश में हैं।