Toll Tax New Rule 2023 In Hindi | नितिन गडकरी का बड़ा फैसला, बंद होगें टोल-बूथ, नहीं देना होगा Toll Tax!
Nitin Gadkari on Toll Tax: हाईवे पर चलने वालों के लिए अच्छी खबर है. अगर आप भी हाईवे पर सफर करते हैं तो आप टोल टैक्स देकर परेशान हैं तो अब आपको टेंशन लेने की बिल्कुल जरूरत है। अब केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एक बड़ा ऐलान किया है.
Toll Tax New Rule: हाईवे पर चलने वालों के लिए खुशखबरी है. अगर आप भी हाईवे पर सफर करते हैं तो आप टोल टैक्स देकर परेशान हैं तो अब आपको टेंशन लेने की बिल्कुल जरूरत है। अब केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने एक बड़ा ऐलान किया है. सरकार जल्द ही देश के सभी हाईवे से टोल टैक्स (Toll Tax Rules) के नियम हटाएगी। जी हां… अब आपको घंटों लाइन में खड़े होकर टोल टैक्स देने की जरूरत नहीं होगी. आइए आपको बताते हैं कि सरकार ने क्या योजना बनाई है।
नितिन गडकरी ने बताया प्लान
इसकी घोषणा खुद केंद्रीय परिवहन मंत्री ने संसद में की है। उन्होंने भरोसा दिलाया है कि एक साल के अंदर नई तकनीक की मदद से देश में टोल वसूला जाएगा. साथ ही फास्टैग सिस्टम से भी राहत मिलेगी। सरकार ने यह फैसला पूरे देश में टोल टैक्स में पारदर्शिता लाने के लिए लिया है.
जाम की स्थिति में नहीं हो रहा सुधार
सरकार द्वारा बनाई जा रही नई तकनीक के कारण किसी भी वाहन चालक से गलत टैक्स नहीं वसूला जाएगा। इस समय देश के राजमार्गों पर टोल प्लाजा हैं, जिन पर फास्टैग की मदद से वसूली की जा रही है, लेकिन फिर भी फास्टैग यूजर्स की शिकायत है कि फास्टैग होने के बाद भी उन लोगों से पूरा टोल लिया जा रहा है, जो कम भुगतान करते हैं. किमी का उपयोग करना। इस वजह से जाम की स्थिति अभी भी नहीं सुधर रही है।
नई टेक्नोलॉजी पर चल रहा है काम
केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने संसद में कहा कि मैं सदन को आश्वस्त करना चाहता हूं कि एक साल के भीतर देश में टोल बूथ खत्म कर दिए जाएंगे और देशभर में टोल कलेक्शन के लिए जीपीएस तकनीक (GPS technology) का इस्तेमाल किया जाएगा. इस तकनीक पर पिछले साल से काम चल रहा है। इसे जल्द ही लागू किया जाएगा।
नंबर प्लेट बदली जाएंगी
आपको बता दें कि सरकार की नई योजना से काफी पारदर्शिता देखने को मिलेगी। इसे जल्द ही लागू किया जाएगा। नई तकनीक के मुताबिक नंबर प्लेट में चिप लगाई जाएगी, जिसके बाद पुरानी नंबर प्लेट को नई नंबर प्लेट में बदल दिया जाएगा।
सॉफ्टवेयर के जरिए होगी वसूली
कम्प्यूटरीकृत प्रणाली के माध्यम से एक सॉफ्टवेयर के माध्यम से टोल संग्रह किया जाएगा। इसके अलावा जीपीएस सिस्टम (GPS system) के जरिए सीधे वाहन मालिक के खाते से टोल वसूलने की तकनीक पर काम चल रहा है। दोनों में कौन सा विकल्प लागू होगा, इसकी जानकारी जल्द ही मिल जाएगी।