नई दिल्ली: इस वर्ष गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) की पूर्व संध्या पर घोषित किए गए प्रतिष्ठित पद्म पुरस्कारों का वितरण समारोह अब नजदीक है। राष्ट्रपति भवन में आगामी 28 अप्रैल को शाम 6 बजे इन अलंकरणों से विभूतियों को सम्मानित किया जाएगा। इस वर्ष राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कुल 139 पद्म पुरस्कारों को प्रदान करने की स्वीकृति दी है, जिनमें 7 पद्म विभूषण, 19 पद्म भूषण और 113 पद्म श्री पुरस्कार शामिल हैं। स्वयं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इन विशिष्ट विजेताओं को सम्मानित करेंगी।
इस वर्ष के पद्म पुरस्कारों में 13 ऐसे व्यक्ति भी शामिल हैं जिन्हें यह सम्मान मरणोपरांत प्रदान किया जाएगा। इनमें प्रमुख नाम भोजपुरी की लोकप्रिय गायिका शारदा सिन्हा (मरणोपरांत), भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस (सेवानिवृत्त) जगदीश सिंह खेहर और सुजुकी कंपनी के चेयरमैन ओसामु सुजुकी (मरणोपरांत) शामिल हैं। इनके अतिरिक्त बिबेक देबरॉय (मरणोपरांत), सुशील मोदी (मरणोपरांत) और मनोहर जोशी (मरणोपरांत) को भी मरणोपरांत पद्म भूषण से सम्मानित किया जाएगा। इस वर्ष पुरस्कार पाने वालों में 23 महिलाएं भी शामिल हैं। पद्म पुरस्कारों की इस सूची में 10 विदेशी, अनिवासी भारतीय (एनआरआई), भारतीय मूल के व्यक्ति (पीआईओ) और भारत के विदेशी नागरिक (ओसीआई) श्रेणी के व्यक्ति भी शामिल हैं।
पद्म विभूषण (7):
- दुव्वुर नागेश्वर रेड्डी
- जस्टिस (सेवानिवृत्त) जगदीश सिंह खेहर
- कुमुदिनी रजनीकांत लाखिया
- लक्ष्मीनारायण सुब्रमण्यम
- एम.टी. वासुदेवन नायर (मरणोपरांत)
- ओसामु सुजुकी (मरणोपरांत)
- शारदा सिन्हा (मरणोपरांत)
पद्म भूषण (19):
- ए सूर्य प्रकाश
- अनंत नाग
- बिबेक देबरॉय (मरणोपरांत)
- जतिन गोस्वामी
- जोस चाको पेरियाप्पुरम
- कैलाश नाथ दीक्षित
- मनोहर जोशी (मरणोपरांत)
- नल्ली कुप्पुस्वामी चेट्टी
- नन्दमुरी बालकृष्ण
- पी.आर. श्रीजेश
- पंकज पटेल
- पंकज उधास (मरणोपरांत)
- रामबहादुर राय
- साध्वी ऋतंभरा
- एस अजित कुमार
- शेखर कपूर
- शोभना चंद्रकुमार
- सुशील कुमार मोदी (मरणोपरांत)
- विनोद धाम
पद्म श्री (113)
अद्वैत चरण गडनायक, रामचंद्र पालव, अजय वी भट्ट, अनिल कुमार बोरो, अरिजीत सिंह, अरुंधति भट्टाचार्य, अरुणोदय साहा,अरविंद शर्मा,अशोक कुमार महापात्रा,अशोक लक्ष्मण सराफ,आशुतोष शर्मा,अश्विनी भिडे देशपांडे,बैजनाथ महाराज,बैरी गॉडफ्रे जॉन,बेगम बतूल,भरत गुप्त,भेरू सिंह चौहान,भीम सिंह भावेश,
भीमव्वा डोड्डाबलप्पा शिल्लेक्यथारा,बुधेन्द्र कुमार जैन,सी.एस. वैद्यनाथन,चैतराम देवचंद पवार,चंद्रकांत शेठ (मरणोपरांत),चंद्रकांत सोमपुरा,चेतन ई चिटनिस,डेविड आर सिमलीह,दुर्गा चरण रणबीर,फारूक अहमद मीर,गणेश्वर शास्त्री द्रविड़,गीता उपाध्याय,गोकुल चंद्र दास,गुरुवायुर दोराई,हरचंदन सिंह भट्टी,हरिमन शर्मा,
हरजिंदर सिंह श्रीनगर वाले,हरविंदर सिंह, हसन रघु, हेमंत कुमार,हृदय नारायण दीक्षित,ह्यूग और कोलीन गैंट्ज़र (मरणोपरांत)(युगल),इनिवलप्पिल मणि विजयन,जगदीश जोशीला,जसपिंदर नरूला,जोनास मसेट्टी,जोयनाचरण बाथरी,जुमदे योमगाम गामलिन,के. दामोदरन,के.एल.कृष्णा,के.ओमानकुट्टी अम्मा,किशोर कुणाल (मरणोपरांत),
एल. हंगथिंग,लक्ष्मीपति रामसुब्बैयर,ललित कुमार मंगोत्रा,लामा लोब्ज़ांग (मरणोपरांत),लीबिया लोबो सरदेसाई,एम.डी. श्रीनिवास,मदुगुला नागफनी सरमा,महावीर नायक,ममता शंकर,मंदा कृष्ण मडिगा,मारुति भुजंगराव चितामपल्ली,मिरियाला अप्पाराव (मरणोपरांत),नागेन्द्र नाथ रॉय,नारायण (भुलई भाई) (मरणोपरांत),नरेन गुरुंग,
नीरजा भटला,निर्मला देवी,नितिन नोहरिया,ओंकार सिंह पाहवा,पी. दत्चनमूर्ति, पंडी राम मंडावी, परमार लवजीभाई नागजीभाई,पवन गोयनका,प्रशांत प्रकाश,प्रतिभा सत्पथी,पुरीसाई कन्नप्पा संबंदन,आर अश्विन,आर.जी. चंद्रमोगन,राधा बहिन भट्ट,राधाकृष्णन देवसेनापति,रामदरश मिश्रा,रणेन्द्र भानु मजूमदार,रतन कुमार परिमू,रेबा कांता महंत,
रेंथलेई लालराणा,रिकी ज्ञान केज,सज्जन भजनका,सैली होलकर,संत राम देसवाल,सत्यपाल सिंह,सीनी विश्वनाथन,,सेतुरामन पंचनाथन,शेखा अली अल-जबर अल-सबा,शीन काफ़ निज़ाम (शिव किशन बिस्सा),श्याम बिहारी अग्रवाल,सोनिया नित्यानंद,स्टीफन नैप,सुभाष खेतुलाल शर्मा,सुरेश हरिलाल सोनी,सुरिंदर कुमार वासल,
स्वामी प्रदीप्तानन्द (कार्तिक महाराज),सैयद ऐनुल हसन,तेजेन्द्र नारायण मजूमदार,थियाम सूर्यमुखी देवी,तुषार दुर्गेशभाई शुक्ला,वदिराज राघवेंद्राचार्य पंचमुखी,वासुदेव कामथ,वेलु आसान,वेंकप्पा अम्बाजी सुगतेकर,विजय नित्यानंद सूरीश्वर जी महाराज,विजयलक्ष्मी देशमाणे,विलास डांगरे,विनायक लोहानी,
यह प्रतिष्ठित सम्मान विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाली हस्तियों को प्रदान किया जाता है, जिनमें कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामले, विज्ञान एवं इंजीनियरिंग, व्यापार एवं उद्योग, चिकित्सा, साहित्य एवं शिक्षा, खेल, लोक सेवा और अन्य शामिल हैं। 28 अप्रैल को होने वाला यह समारोह इन असाधारण व्यक्तियों की उपलब्धियों का सम्मान करेगा।