दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में शराब तस्करों के हौसले अब इस कदर बुलंद हो गए हैं कि वे पुलिसकर्मियों पर भी हमले करने से नहीं चूक रहे हैं। हाल ही में, एक शराब तस्कर ने नांगलोई थाना क्षेत्र में पुलिस कॉन्स्टेबल संदीप को अपनी गाड़ी से कुचल दिया, जिससे उनकी मौत हो गई। यह घटना दिल्ली में बढ़ते अपराध और विशेष रूप से शराब तस्करी की गंभीर समस्या को उजागर करती है।
घटना की जानकारी
पुलिस कॉन्स्टेबल संदीप शनिवार रात ढाई बजे अपनी ड्यूटी पर थे जब उन्होंने हरियाणा के बहादुरगढ़ से आ रही एक संदिग्ध गाड़ी को रोकने का इशारा किया। लेकिन चालक ने न केवल गाड़ी नहीं रोकी, बल्कि संदीप पर चढ़ाकर फरार हो गया। गंभीर रूप से घायल संदीप को सोनिया अस्पताल और फिर पश्चिम विहार के बालाजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
शराब तस्करी का बढ़ता नेटवर्क
दिल्ली में हरियाणा से अवैध शराब की तस्करी की समस्या दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। तस्कर हर रात दो बजे से तड़के चार बजे के बीच में शराब की खेप लेकर दिल्ली में प्रवेश करते हैं। इस दौरान, वे तेज रफ्तार में होते हैं और पुलिस की मौजूदगी से बेखौफ रहते हैं।
दिल्ली की सीमाओं से सटे ढांसा-नजफगढ़ रोड, रोहतक-मुंडका रोड और सिंघु बॉर्डर बाईपास रोड जैसे रास्तों का उपयोग करते हुए ये तस्कर आसानी से शराब की खेप लेकर आते हैं। पिछले कुछ वर्षों में, शराब तस्करों ने कई पुलिसकर्मियों पर हमले किए हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि उनकी गतिविधियों में कोई कमी नहीं आई है।
पुलिस की कार्रवाई और भविष्य की चुनौतियाँ
इस घटना के बाद पुलिस ने आरोपी चालक की तलाश शुरू कर दी है, लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या केवल कार्रवाई से स्थिति में सुधार होगा? राजधानी में शराब तस्करी और अपराध को रोकने के लिए ठोस रणनीतियों की आवश्यकता है। पुलिस और प्रशासन को एकजुट होकर इस गंभीर समस्या का सामना करना होगा ताकि भविष्य में ऐसे हादसे न हों।
दिल्ली में अपराध और तस्करी की बढ़ती घटनाएँ न केवल सुरक्षा बलों के लिए, बल्कि आम जनता के लिए भी चिंता का विषय बन चुकी हैं। यदि समय रहते इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो यह स्थिति और भी बिगड़ सकती है।