नई दिल्ली। राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह को लेकर कांग्रेस और भाजपा में वार पलटवार जारी है। कांग्रेस ने इस समारोह के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया है, जिसके बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पहली बार बयान दिया है।
खरगे ने कहा कि मैंने पहले भी कहा था कि आस्था रखने वाले लोग आज, कल और परसों भी जा सकते हैं, लेकिन भाजपा पलट-पलट कर बस एक ही सवाल कर रही है। उन्होंने कहा कि ये भाजपा का षड्यंत्र है और वो एक ही सवाल को बार-बार उठा रही है।
उन्होंने कहा कि भाजपा को मंदिर से कुछ नहीं है उसे बस राजनीति करनी है। खरगे ने कहा कि भाजपा ने राम मंदिर को एक राजनीतिक मुद्दा बना दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने राम मंदिर के नाम पर लोगों को गुमराह किया है।
प्राण-प्रतिष्ठा पर भी सवाल उठाए इससे पहले कांग्रेस ने रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह पर भी सवाल उठाए थे। पार्टी नेता पवन खेड़ा ने कहा था कि प्राण-प्रतिष्ठा एक धार्मिक आयोजन होना चाहिए, लेकिन इसे राजनीतिक बनाया जा रहा है।
कांग्रेस नेता ने आगे कहा था कि अधूरे मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हो नहीं सकती है। खेड़ा ने कहा था कि चारों शंकराचार्यों ने साफ तौर पर कहा है कि अधूरे मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा नहीं हो सकती।
भाजपा ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज किया है। पार्टी ने कहा है कि कांग्रेस राम मंदिर को लेकर राजनीति कर रही है। भाजपा ने कहा है कि कांग्रेस को मंदिर से कोई आपत्ति नहीं है।
राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी को अयोध्या में होगा। इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और अन्य भाजपा नेता शामिल होंगे।