गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि 2000 रुपये के नोटों का इस्तेमाल बंद करने के फैसले के बाद से लगभग आधे नोट वापस आ चुके हैं। उन्होंने यह भी कहा कि 500 रुपये के नोटों को वापस नहीं लिया जाएगा और 1000 रुपये के नोटों के नए संस्करण जारी नहीं किए जाएंगे। दास ने कहा कि अफवाहों पर ध्यान न दें और उन्हें विश्वास न करें।
गुरुवार को, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि 500 रुपये के नोट वापस नहीं लिए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि 1000 रुपये के नोटों के नए संस्करण जारी नहीं किए जाएंगे।
दास ने कहा कि 2000 रुपये के नोटों का इस्तेमाल बंद करने के फैसले के बाद से लगभग आधे नोट वापस आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि इसका मतलब है कि अधिकांश बड़े नोट अब बैंकों के पास हैं।
दास ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और उन्हें विश्वास न करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि 500 रुपये के नोट अभी भी कानूनी निविदा हैं और उन्हें वापस नहीं लिया जाएगा।
क्या यह नीति बदल सकती है?
दास ने कहा कि यह नीति वर्तमान में लागू है और भविष्य में बदल सकती है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान में किसी भी बदलाव की कोई योजना नहीं है।
अफवाहों के बारे में क्या?
हाल के महीनों में, सोशल मीडिया पर 500 रुपये के नोटों को वापस लेने की अफवाहें फैली हैं। दास ने इन अफवाहों को “गलत और भ्रामक” बताया। उन्होंने कहा कि कोई भी ऐसी नीति नहीं है जो 500 रुपये के नोटों को वापस ले।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने स्पष्ट किया है कि 500 रुपये के नोट वापस नहीं लिए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि 1000 रुपये के नोटों के नए संस्करण जारी नहीं किए जाएंगे।