श्री जगन्नाथ मंदिर के सेवक की हार्ट अटैक से मौत, गर्भगृह में अनुष्ठान के बीच हुआ हादसा

श्री जगन्नाथ मंदिर के सेवक की हार्ट अटैक से मौत, गर्भगृह में अनुष्ठान के बीच हुआ हादसा

BRAJESH KUMAR GAUTAM
3 Min Read
पुरी के श्री जगन्नाथ मंदिर में एक सेवक की मौत, परिवार में शोक की लहर

पुरी (ओडिशा): ओडिशा के पुरी स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर में उस वक्त अफरातफरी मच गई जब मंदिर के एक सेवक की सीने में दर्द होने से अचानक मौत हो गई। मृतक सेवक का नाम जगन्नाथ मेकाप था, जो पुरी के माटीमंडप साही इलाके का रहने वाला था और मंदिर में सुवरबड़ सेवक के रूप में कार्यरत था। इस घटना ने मंदिर के कर्मचारियों, सेवकों और श्रद्धालुओं को गहरे शोक में डाल दिया है।

सीने में दर्द के बाद मंदिर में हुई मौत

जानकारी के अनुसार, जगन्नाथ मेकाप भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा के द्विपहर धूप अनुष्ठान के दौरान गर्भगृह में पानी छिड़कते हुए अचानक गिर पड़े। उन्होंने सीने में दर्द की शिकायत की, जिसके बाद अन्य सेवक और मंदिर के कर्मचारी उन्हें तुरंत मंदिर की एंबुलेंस से अस्पताल ले गए। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

See also  राज्यसभा में संविधान बहस: निर्मला सीतारमण ने इंदिरा गांधी की चुनावी हार पर दी प्रतिक्रिया, जयराम रमेश को दिया जवाब

मेकाप को पहले भी सीने में दर्द की समस्या थी और एक बार उन्हें दिल का दौरा भी पड़ा था, जिसके बाद उनका इलाज किया गया था और वे स्वस्थ हो गए थे।

मृतक की पहले भी हो चुकी थी दिल की बीमारी

पुरी के कलेक्टर सिद्धार्थ शंकर स्वाई और एसपी विनीत अग्रवाल समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने अस्पताल पहुंचकर मृतक के परिवार को सांत्वना दी। कलेक्टर ने बताया कि जगन्नाथ मेकाप को दो साल पहले दिल की बीमारी के चलते जगन्नाथ अस्पताल में इलाज कराया गया था। उपचार के बाद वे स्वस्थ हो गए थे और फिर से मंदिर की सेवा में लौट आए थे। लेकिन दुर्भाग्यवश, आज फिर से उनकी सेवा के दौरान सीने में दर्द हुआ और अस्पताल में पहुंचने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।

See also  मुंबई: हाईस्पीड में पांच करोड़ की कार रेलिंग से टकराई, कोई घायल नहीं

परिवार ने बेटे को सेवा में नियुक्त करने की अपील की

जगन्नाथ मेकाप के परिवार ने मंदिर प्रशासन से अनुरोध किया है कि उनके बेटे को मंदिर की सेवा में नियुक्त किया जाए। इस घटना ने न केवल मंदिर के कर्मचारियों और सेवकों को बल्कि श्रद्धालुओं को भी गहरे शोक में डाल दिया है।

मंदिर परिसर में शोक की लहर

मंदिर परिसर में इस दुखद घटना के बाद शोक का माहौल है। सेवकों और श्रद्धालुओं के बीच इस हादसे को लेकर गहरा दुख व्यक्त किया जा रहा है। श्री जगन्नाथ मंदिर में मेकाप के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।

See also  महाराजगंज में बाघ की गला घोंटकर हत्या; रवीना टंडन ने दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग की
Share This Article
Leave a comment