नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कौशाम्बी पहुंचे, जहां उन्होंने कौशाम्बी महोत्सव का उद्घाटन किया। इस मौके पर राज्य के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी मौजूद रहे।
इस दौरान जनसभा को संबोधित कर केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा, देश में पहले ऐसा कभी नहीं हुआ कि लोकसभा का बजट सत्र बिना एक भी बहस के खत्म हो गया। विपक्ष के नेताओं ने संसद को चलने नहीं दिया। कारण यह कि कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को अयोग्य घोषित कर दिया गया। सुप्रीम कोर्ट ने ये कानून बनाया।
कांग्रेस मनमोहन सिंह, लालू प्रसाद यादव को बचाने के लिए ये कानून सुधारना चाहते थे, राहुल गांधी ने उन्हें रोका। उन्होंने कहा, सूरत की एक कोर्ट ने उन्हें सजा दी। अब तक 17 विधायक व सांसदों की सदस्यता रद्द कर दी गई है। राहुल गांधी की भी हुई। लेकिन कांग्रेस नेताओं ने काले कपड़े पहनकर प्रदर्शन किया और संसदीय कार्यवाही बंद करा दी। मैं राहुल गांधी को कहना चाहता हूं कि कानून का पालन करना हर नागरिक का धर्म होता, आप तब सांसद थे। इस सजा को चुनौती देते, अदालत में लड़ते और लेकिन आपने संसदीय कार्यवाही की बली चढ़ा दी है।
शाह ने कहा, देश की जनता आपको कभी माफ नहीं करेगी। क्या इस देश के किसी भी नेता को विदेश में जाकर भारत की बुराई करनी चाहिए ? अरे यहां खुला मैदान पड़ा है। मैदान तुम तय कर लो, बीजेपी वाले दो-दो हाथ करने को तैयार हैं। हम डरते नहीं हैं।
शाह ने कांग्रेस के आरोप पर पलटवार कर कहा, कांग्रेसी कहते हैं कि लोकतंत्र खतरे में है। लेकिन लोकतंत्र नहीं आपका परिवार खतरे में है। आईडिया ऑफ इंडिया नहीं आईडिया ऑफ डॉयनैस्टी, परिवारवाद की राजनीति खतरे में है। आपके परिवार की ऑटोक्रेसी खतरे में है। आपने इस देश के लोकतंत्र को जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टिकरण के तीन मानकों से घेर कर रखा था। पीएम मोदी ने जातिवाद समाप्त किया। सपा-बसपा अब दूर-दूर तक नहीं है। उन्होंने परिवारवाद और तुष्टिकरण को भी समाप्त किया। इस कारण आप डरे हुए हैं। यूपी आज योगी आदित्यनाथ की नेतृत्व में विकास की राह पर चल पड़ा है।