गुरुवार को महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री और वित्तमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र का बजट पेश किया. इसपर विपक्ष के नेता अजित पवार और उद्धव ठाकरे ने अपनी प्रतिक्रियाएं दीं. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजित पवार ने वित्त मंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा पेश किए गए बजट को चुनावी जुमलों वाला सपनों का सब्जबाग दिखाने वाला बजट बताया.
उन्होंने कहा कि 14 मार्च को शिंदे सरकार गिर जाएगी. इसलिए बड़े-बड़े वादे करने में क्या जाता है. पूरे तो हमें करने होंगे. अजित पवार ने इस बात का उल्लेख किया कि 14 मार्च को सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई है. उनका इशारा था कि सुप्रीम कोर्ट एकनाथ शिंदे समेत 16 विधायकों की विधायकी को रद्द कर देगा और सरकार अल्पमत में आकर गिर जाएगी. ऐसे में वादे इसलिए किए जा रहे हैं क्योंकि उसे पूरा तो करना नहीं है.
साथ ही अजित पवार ने यह भी कहा कि हाल ही में हुए विधानसभा के दो उपचुनावों में और विधानपरिषद के चुनावों में जो परिणाम सामने आए हैं, उन्हें देखकर शिंदे-फडणवीस सरकार को आगामी चुनावों में अपनी हार साफ दिखाई दे रही है. उद्धव ठाकरे की खेड़ की सभा में और आदित्य ठाकरे की वर्ली की सभा में उमड़ी भीड़ और एकनाथ शिंदे की वर्ली की सभा में खाली कुर्सियों की भीड़ देखकर शिंदे-फडणवीस घबरा गए हैं इसलिए बड़े ऐलान कर रहे हैं ताकि शायद वोटरों को किसी तरह से लुभाया जा सके.
‘शिंदे सरकार का बजट गाजर का हलवा- उद्धव ठाकरे
बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि यह बजट गाजर का हलवा है. इसमें क्या नया है? हमारे पंचसूत्री बजट का नाम इन्होंने पंचामृत बजट कर दिया. हमने बालासाहेब ठाकरे ‘आपला दवाखाना’ की शुरुआत मुंबई में की इन्होंने इसे राज्य भर में फैलाने का वादा किया. कई योजनाएं हमारी हैं. इन्होंने उन्हीं योजनाओं को हाइजैक किया.
सारा हलवा तो आप खा गए- सीएम शिंदे
उद्धव ठाकरे की आलोचना का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि हमने तो जनता को कम से कम गाजर का हलवा दिया. आपने क्या किया? सारा हलवा तो आप खा गए. जनता को क्या दिया?