महुआ मोइत्रा विवाद के बाद ममता सरकार का बड़ा फैसला
पश्चिम बंगाल सरकार ने अडानी ग्रुप से ताजपुर पोर्ट को विकसित करने का 25,000 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट छीन लिया है। यह फैसला टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ कैश फॉर क्वेरी मामले के बाद आया है। मोइत्रा पर आरोप है कि उन्होंने अडानी ग्रुप के खिलाफ सवाल पूछने के लिए पैसे लिए थे।
पश्चिम बंगाल सरकार ने कहा है कि वह ताजपुर पोर्ट को विकसित करने के लिए एक नए टेंडर जारी करेगी। सरकार का कहना है कि वह यह सुनिश्चित करना चाहती है कि इस परियोजना को पारदर्शी तरीके से और सर्वोत्तम मूल्य पर पूरा किया जाए।
अडानी ग्रुप ने इस फैसले पर आपत्ति जताई है। कंपनी ने कहा है कि यह फैसला “अनैतिक और निंदनीय” है। कंपनी ने कहा है कि वह इस फैसले के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी।
महुआ मोइत्रा विवाद
महुआ मोइत्रा ने पिछले महीने एक टीवी कार्यक्रम में कहा था कि मां काली को मांस और शराब चढ़ाया जाता है। इन बयानों के बाद देशभर में विरोध प्रदर्शन हुए थे। मोइत्रा को टीएमसी ने पार्टी से निलंबित कर दिया था।
ताजपुर पोर्ट
ताजपुर पोर्ट पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले में स्थित है। यह पोर्ट भारत के सबसे बड़े पोर्टों में से एक होगा। यह पोर्ट कोलकाता बंदरगाह के भार को कम करने में मदद करेगा।