गगनयान मिशन की पहली टेस्ट उड़ान सफलतापूर्वक हुई । इस टेस्ट उड़ान को क्रू मॉड्यूल अबॉर्ट मिशन-1 (TV-D1) कहा जाता है। इस टेस्ट उड़ान में क्रू एस्केप सिस्टम (CES) का परीक्षण हुआ ।
CES एक महत्वपूर्ण सुरक्षा प्रणाली है जो अंतरिक्ष यात्रियों को प्रक्षेपण या चढ़ाई के दौरान किसी आपात स्थिति में बचाने के लिए डिज़ाइन की गई है। इस प्रणाली में एक ठोस रॉकेट मोटर शामिल होता है जो क्रू मॉड्यूल को लॉन्च वाहन से दूर ले जा सकता है।
TV-D1 मिशन भारत के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया। क्रू मॉड्यूल को एकल-चरण तरल रॉकेट द्वारा लगभग 17 किलोमीटर की ऊंचाई तक ले जाया गया। इस बिंदु पर, CES को सक्रिय किया और क्रू मॉड्यूल को रॉकेट से अलग कर दिया । क्रू मॉड्यूल तब अपने पैराशूट तैनात किया और बंगाल की खाड़ी में उतरा।
TV-D1 मिशन की सफलता गगनयान मिशन के विकास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह किसी आपात स्थिति में अंतरिक्ष यात्रियों की रक्षा करने की CES की क्षमता को प्रदर्शित करेगा। TV-D1 मिशन के सफल होने के बाद, ISRO मानव रहित मिशनों और मानवयुक्त मिशन के साथ आगे बढ़ रहा है ।
गगनयान मिशन देर से 2024 या प्रारंभिक 2025 में लॉन्च होने वाला है। यह मिशन तीन अंतरिक्ष यात्रियों को सात दिनों की अवधि के लिए निम्न पृथ्वी कक्षा में ले जाएगा।