नई दिल्ली: हाल ही में सोशल मीडिया पर एक खबर तेजी से फैल रही है कि भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) जल्द ही 5000 रुपये का नया नोट जारी कर सकता है। 2000 रुपये के नोटों को चलन से बाहर किए जाने के बाद से यह अफवाह और भी जोर पकड़ रही है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, खासकर फेसबुक पर, 5000 रुपये के नए नोट के पोस्टर भी वायरल हो रहे हैं, जिसमें दावा किया जा रहा है कि यह नोट मुद्रास्फीति को बढ़ाएगा और छोटे दुकानदारों के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी करेगा। कुछ मजाकिया पोस्ट्स में तो 5000 के नोटों को “विदेशी एक्सप्रेस” और “लंदन भेजने” जैसी सलाहें भी दी जा रही हैं।
क्या है 5000 रुपये के नए नोट जारी करने के दावे की सच्चाई?
हालांकि सोशल मीडिया पर ये दावे खूब सुर्खियां बटोर रहे हैं, लेकिन रिपोर्ट्स के अनुसार, यह दावा पूरी तरह से अफवाह है। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने इस संबंध में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है। RBI की वेबसाइट या उसके किसी भी आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर 5000 रुपये के नए नोट जारी करने के बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है। इसके अलावा, प्रमुख भारतीय मीडिया संस्थानों ने भी इन दावों को अफवाह ही बताया है।
RBI के अनुसार, वर्तमान में 5000 रुपये का कोई नया नोट जारी नहीं किया जाएगा। भारत में अभी 500 रुपये का नोट ही सबसे बड़ा वैध नोट है।
5000 रुपये के नोटों का इतिहास
यह दिलचस्प है कि भारत में 5000 रुपये के नोटों का इतिहास रहा है। भारतीय रिजर्व बैंक ने 1954 ईस्वी में 5000 रुपये के नोट जारी किए थे। हालांकि, बाद में 1978 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने इन नोटों को बंद कर दिया था। हाल ही में, भारत में 2000 रुपये के नोटों को भी चलन से बाहर कर दिया गया है, जिसके बाद से ही 5000 रुपये के नोटों की अफवाहें तेज हुई हैं।
फिलहाल, RBI की ओर से 5000 रुपये के नोट जारी करने की कोई योजना नहीं है और सोशल मीडिया पर चल रही खबरें मात्र अफवाहें हैं। नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे ऐसी अपुष्ट खबरों पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक स्रोतों से मिली जानकारी पर ही विश्वास करें।