आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल की मुसीबतें बढ़ीं: संदीप घोष के घर और 13 अन्य ठिकानों पर सीबीआई की छापेमारी

आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल की मुसीबतें बढ़ीं: संदीप घोष के घर और 13 अन्य ठिकानों पर सीबीआई की छापेमारी

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कोलकाता। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने रविवार को आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के घर समेत 14 स्थानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई उनके कार्यकाल के दौरान कथित वित्तीय अनियमितताओं से जुड़े मामलों की जांच के सिलसिले में की गई है।

सीबीआई की टीमों ने उत्तर कोलकाता के केष्टोपुर, हावड़ा और एंटाली में कई ठिकानों पर छापे मारे। केष्टोपुर में आरजी कर मेडिकल कॉलेज के फोरेंसिक मेडिसिन विभाग के प्रमुख देबाशीष सोम का घर है, जबकि एंटाली में अस्पताल के पूर्व अधीक्षक संजय वशिष्ठ के आवास पर भी छापेमारी की गई। हावड़ा में बिप्लब सिंह के घर पर भी सीबीआई की टीम ने छापे मारे।

यह छापेमारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व अतिरिक्त अधीक्षक अख्तर अली की शिकायत पर की गई, जिन्होंने संदीप घोष और अन्य के खिलाफ वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाया था। हाई कोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने शनिवार को एफआईआर दर्ज कर इस मामले की जांच शुरू की है।

पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) से जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंपा गया है। उच्च न्यायालय ने पहले ही चिकित्सक बलात्कार और हत्या की जांच सीबीआई को सौंप दी थी और अब वित्तीय अनियमितताओं की जांच भी सीबीआई को सौंप दी है ताकि निष्पक्षता सुनिश्चित की जा सके।

पूर्व उपाधीक्षक अख्तर अली ने अदालत में याचिका दायर कर संदीप घोष के कार्यकाल के दौरान हुई कथित अनियमितताओं की जांच ईडी से कराने की मांग की थी। अली ने घोष पर अवैध रूप से लावारिस शवों का उपयोग, बायोमेडिकल कचरा बेचने, और कमीशन के आधार पर टेंडर पास करने का आरोप लगाया है। इसके अलावा, छात्रों से परीक्षा पास करने के लिए 5 से 8 लाख रुपये की रिश्वत की मांग करने का भी आरोप लगाया है।

अली ने कहा कि उन्होंने जुलाई 2023 में राज्य सतर्कता आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। वह चाहते हैं कि इस मामले में शामिल सभी लोगों को बेनकाब किया जाए।

गौरतलब है कि 9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक सेमिनार हॉल में एक स्नातकोत्तर ट्रेनी डॉक्टर के साथ कथित बलात्कार और हत्या की घटना ने व्यापक ध्यान आकर्षित किया था। मुख्य संदिग्ध संजय रॉय, जो कोलकाता पुलिस के लिए काम करने वाला एक नागरिक स्वयंसेवक है, को 10 अगस्त को गिरफ्तार कर लिया गया था और वह अभी हिरासत में है।

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Editor in Chief of Agra Bharat Hindi Dainik Newspaper
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