मुर्शिदाबाद (पश्चिम बंगाल): पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के धुलियान में एक बार फिर तनाव बढ़ गया है। शनिवार को डीजीपी राजीव कुमार द्वारा स्थिति नियंत्रण में बताए जाने के बावजूद, रविवार सुबह यहां फिर से गोलीबारी की घटना सामने आई है। इस फायरिंग में दो मासूम बच्चे घायल हो गए हैं।
वक्फ कानून के विरोध में प्रदर्शनकारियों का उग्र रवैया जारी है और उन्होंने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों पर भी हमला कर दिया है। इससे पहले, शनिवार को राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कुमार ने दावा किया था कि मुर्शिदाबाद जिले के सुती, समशेरगंज, जलांगी, लालगोला और धुलियान जैसे हिंसा प्रभावित इलाकों में स्थिति अब नियंत्रण में है।
हालांकि, आज सुबह हुई गोलीबारी ने डीजीपी के दावों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। वक्फ कानून के विरोध में बंगाल में हिंसा की आग थमने का नाम नहीं ले रही है और मुर्शिदाबाद में हालात विशेष रूप से तनावपूर्ण बने हुए हैं। इस हिंसा में अब तक तीन लोगों की जान जा चुकी है, जबकि सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। पुलिस ने अब तक इस सिलसिले में 138 लोगों को गिरफ्तार किया है। शनिवार को भी इलाके में फायरिंग की घटनाएं हुई थीं, जिसके बाद मुर्शिदाबाद में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई थीं ताकि अफवाहों को फैलने से रोका जा सके।
धुलियान समेत कई इलाकों में तनाव बरकरार
हिंसा की घटनाओं के बाद धुलियान, शमशेरगंज और आसपास के बड़े इलाकों में अभी भी अशांति का माहौल व्याप्त है। मुस्लिम संगठन वक्फ कानून के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। मुर्शिदाबाद में शुक्रवार को हिंसा भड़की थी, जिसके बाद से स्थिति लगातार नाजुक बनी हुई है। इस विरोध प्रदर्शन के बीच शनिवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का भी महत्वपूर्ण बयान सामने आया था। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा था कि उनकी सरकार बंगाल में वक्फ कानून को लागू नहीं करेगी।
ममता बनर्जी की शांति और संयम की अपील
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के लोगों से शांति बनाए रखने और किसी भी तरह के उकसावे में न आने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार किसी भी हिंसक गतिविधि का समर्थन नहीं करती है। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ राजनीतिक दल अपने निहित स्वार्थों के लिए धर्म का दुरुपयोग करने की कोशिश कर रहे हैं और लोगों से उनके बहकावे में न आने की अपील की। ममता बनर्जी ने कहा कि हर इंसान की जान कीमती है और राजनीति के लिए दंगे भड़काना समाज के लिए हानिकारक है। उन्होंने दंगाइयों को समाज को नुकसान पहुंचाने वाला बताया।