लखनऊ। जहां कांग्रेस और बसपा से उसका विधानमंडल दल का कार्यालय वापस ले लिया गया है तो वहीं समाजवादी पार्टी को बड़ा दफ्तर अलाट किया गया है। कल उसका उद्घाटन होगा।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की विधानसभा में विधायकों की संख्या बल के हिसाब से विधानमंडल दल की मीटिंग के लिए विधानसभा के दूसरे फ्लोर पर राजनीतिक दलों को दफ्तर आवंटित किए जाते हैं। 2022 की विधानसभा चुनाव में जहां बसपा का एक विधायक जीत पाया तो वहीं कांग्रेस की संख्या भी मामूली सी रह गई है जबकि इस बार समाजवादी पार्टी के विधायकों की संख्या 2017 के मुकाबले बढ़ गई थी।
इस बार विधानसभा में बसपा और कांग्रेस को मिले कार्यालय को जहां खाली करा कर उन्हें केबिन अलाट किया गया है वहीं समाजवादी पार्टी के विधान मंडल दल के दफ्तर के बगल में बसपा और कांग्रेस के कार्यालय को सपा के कार्यालय में मिला दिया गया है। अब समाजवादी पार्टी का विधानसभा में दफ्तर बड़ा हो गया है। कल नवीनीकरण के बाद समाजवादी पार्टी के विधानसभा कार्यालय का उद्घाटन होगा।
बताया जाता है कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना भी मौजूद रहेंगे।