लूट की योजना थाना राया के गांव गजू निवासी भरत चैधरी उर्फ फ्लोवर ने बनाई थी
मथुरा। कहावत है अपराधी कितना भी शातिर हो सुराग छोड ही जाता है। यहां शातिर आरोपियों की चप्पलों ने उन्हें सलाखों की पीछे पहुंचा दिया। पुलिस ने सराफा लूट कांड के तीन ओर आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
मथुरा के थाना हाईवे क्षेत्र के भडाना नगर पाली खेडा निवासी सर्राफ सुरेशचंद्र से 26 अक्टूबर 2020 को थाना रिफाइनरी क्षेत्र के गांव भूडरसू-धानगांव के बीच डंडा मार कर लूटपाट की गई थी। वह भूडरसू से दुकान बंद करके घर लौट रहे थे। गुरुवार को पुलिस ने तीन और लुटेरों को गिरफ्तार किया है। एसपी सिटी उदयशंकर सिंह ने बताया, लूट की योजना थाना राया के गांव गजू निवासी भरत चैधरी उर्फ विपिन उर्फ फ्लोवर ने बनाई थी। पुलिस ने भरत, उसके साथी गजू निवासी मुकेश और अयेरा खेड़ा निवासी भानु उर्फ सचिन को गिरफ्तार किया गया है। भरत ने आइटीआइ की है। उसने लूट के लिए भूडरसू और धनगांव के बीच के रास्ते को चुना था। लूट करने के लिए जब गए तो वह कोई हथियार साथ में नहीं ले गए थे। उनको चेकिंग में पकड़े जाने का डर था। इसलिए शातिरों ने बबलू के पेड़ की कटी पड़ी लकड़ियों के स्थल का चुना था और उसी के डंडे से सर्राफ की पिटाई की और लूटपाट कर ली थी। लूट करने के लिए सभी हवाई चप्पल पहनकर आए थे। छीनाझपटी में भरत और मुकेश की चप्पल छूट गई थी। पुलिस को घटना स्थल से मिली चप्पलों को देखकर लगा था, लुटेरे आसपास के गांव के है। एक सप्ताह तक पुलिस आसपास के गांवों में ही उनकी चप्पल के आधार पर तलाश करती रही। पुलिस को एक लिंक मिला था, यहां जमुनापार इलाके युवक आते हैं। पुलिस को जानकारी मिली थी, लूटपाट के बाद बदमाशों ने गोकुल बैराज पर यमुना में स्नान किया और वहां से जाते समय दो लोगों की चप्पल चुराकर ले गए थे। हुलिया के आधार पर पुलिस फरार चल रहे धनिया का लूट में शामिल होने का सुराग मिल गया था। उसके साथी धनगांव निवासी धर्मेंद्र और नरहौली निवासी गोविंद उर्फ सूकी को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। धर्मेंद्र और गोविंद ने धनिया के साथ मिलकर सर्राफ की रैकी थी। एसपी सिटी ने बताया, आरोपितों से दो अंगूठी, एक कड़ा, दो चेन के टुकड़े, 5265 रुपये और लूट में प्रयोग की गई मोटरसाइकिल बरामद कर ली है।