93 साल की उम्र में सभी को हैरान करते हुए कई पदक जीतने वाली पंजाब की सुरजीत कौर अब बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाना चाहती हैं। सुरजीत अब अगस्त में कनाडा में होने वाली अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप में उतरेंगी। सुरजीत ने छह माह के खेल में ही राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर 10 स्वर्ण पदक जीतकर साबित किया है सफलता की कोई उम्र नहीं होती। बस जुनून होना चाहिये।
सुरजीत को खेल में आने की प्रेरणा बेटी के पास रहने के दौरान मिली। उनकी बेटी 6 साल से एथलेटिक्स में भाग ले रही थीं। एक दिन बेटी के साथ सिटी पार्क में वह अभ्यास देखने पहुंचीं थीं। इसके अगले दिन ही वह अभ्यास के लिए मैदान में पहुंच गयीं। सुरजीत ने एक माह के बाद चंडीगढ़ में 100 मीटर व 200 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीता। इसके बाद उन्होंने राज्य स्तरीय खेलों में भी 100 मीटर व 400 मीटर में स्वर्ण अपने नाम किया।
सुरजीत के अनुसार उनकी शुरु से ही खेलों में रुचि थी परंतु घर गृहस्थी में लगी होने के कारण वह समय नहीं निकाल पायीं। अब उम्र के इस दौर में आकर वह अपने खेल का शौक पूरा कर रही हैं। उन्होंने 100 मीटर, 400 मीटर, डिस्कस थ्रो व शॉटपुट में स्वर्ण जीतने के साथ ही राज्य स्तर पर 6 व राष्ट्रीय स्तर पर 4 स्वर्ण पदक जीते हैं।
वह प्रतिदिन सुबह 5 बजे उठ जाती हैं और एक घंटे तक अभ्यास करती है। अब वह कनाडा में होने वाली अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप के लिए तैयारी में लगी हैं।