मनु भाकर की खुशी के पल स्याह, परिवार में शोक की लहर
नई दिल्ली: भारत की स्टार शूटर मनु भाकर के लिए एक दुखद खबर आई है। जहां कुछ ही दिन पहले उन्हें राष्ट्रपति से खेल रत्न पुरस्कार मिला था, वहीं अब उनके घर में एक बेहद दुखद घटना घटी है। मनु भाकर के मामा और नानी की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई है। यह घटना हरियाणा के चरखी दादरी जिले में महेंद्रगढ़ बाइपास रोड पर हुई।
घटना का विवरण
रिपोर्ट के अनुसार, मनु भाकर के मामा युद्धवीर सिंह और नानी सावित्री देवी स्कूटी से जा रहे थे। युद्धवीर सिंह रोडवेज में चालक थे और सुबह अपनी ड्यूटी पर जा रहे थे। उनकी नानी भी पास में ही लोहारू चौक पर अपने छोटे बेटे के घर जाने के लिए साथ गईं थीं। जैसे ही दोनों महेंद्रगढ़ बाइपास रोड के कलियाणा मोड़ के पास पहुंचे, सामने से एक ब्रेजा कार आती हुई दिखाई दी।
यह कार गलत साइड से आ रही थी और उसकी गति बहुत तेज थी। कार चालक अपने वाहन को नियंत्रित नहीं कर पाया और उसने मनु भाकर के मामा की स्कूटी को जोरदार टक्कर मार दी। इस टक्कर के बाद स्कूटी सवार दोनों सड़क पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए, और कार सड़क के किनारे पलट गई। यह टक्कर इतनी भयानक थी कि दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस ने की आरोपी की तलाश
घटना के बाद ब्रेजा कार का चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस को जब इस दुर्घटना की जानकारी मिली, तो तुरंत मौके पर पहुंची और दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने फरार चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और उसकी तलाश शुरू कर दी है। मनु भाकर के मामा की उम्र 50 वर्ष थी, जबकि उनकी नानी 70 साल की थीं।
मनु भाकर और उनका परिवार
मनु भाकर का परिवार उनके लिए बेहद खास है। उनकी नानी सावित्री देवी, जो खुद खेलों में काफी दिलचस्पी रखती थीं, ने राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीते थे। मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में दो मेडल जीतकर भारतीय खेल इतिहास में एक नई उपलब्धि हासिल की थी। वह ओलंपिक में एक ही बार में दो मेडल जीतने वाली पहली भारतीय एथलीट बनी थीं।
मनु अपनी नानी और मामा से बेहद प्यार करती थीं। वह पदक जीतकर भारत लौटने के बाद अपनी नानी के घर भी गई थीं। मनु की नानी ने एक बार बताया था कि उन्हें अपनी नानी के हाथ का बाजरे और मक्के की रोटी बहुत पसंद थी। यह एक ऐसा आत्मीय रिश्ता था, जो किसी भी खेल में जितनी कठिनाइयों और संघर्षों से भी ऊपर था।
मनु भाकर के लिए यह समय बेहद कठिन
मनु भाकर, जो हाल ही में खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित हुई थीं, अपने परिवार के इस कष्ट को सहन करना उनके लिए बहुत कठिन होगा। एक ओर जहां उनका नाम भारतीय खेलों में रोशन हो रहा था, वहीं अब वह अपने प्रिय मामा और नानी को खोने के गहरे दुख में डूब चुकी हैं।
पुलिस जांच और कड़ी कार्रवाई की उम्मीद
मनु भाकर और उनके परिवार की इस कठिन घड़ी में पुलिस और प्रशासन से उम्मीद है कि वह जल्द से जल्द इस घटना में शामिल आरोपी चालक को पकड़ेंगे और उसे कड़ी सजा दिलवाएंगे।