मध्य प्रदेश पुलिस विभाग में पदस्थ 2 आईपीएस अधिकारी जो आपस में मियां बीवी हैं उनके कारनामे अब पीएचक्यू में गूंजने लगे हैं। आईपीएस निवेदिता नायडू और रजत सकलेचा दोनों ही 2 बार 15 दिन की छुट्टी पर चले गए। दोनों ने पुलिस विभाग से और अपने वरिष्ठ अधिकारियों से कोई परमिशन नहीं मांगी। जिसके बाद सीनियर अधिकारियों को इस बात का काफी बुरा लगा।
क्योंकि पुलिस विभाग में सिखाया गया है कि किस तरीके से अपने सीनियर की इज्जत करनी होती है।लेकिन मोहतरमा आईपीएस ने ना तो सीनियर को कुछ समझा ना ही विभाग को। पहली बार सुर्खियों में निवेदिता नायडू और उनके पति रजत सकलेचा शादी के बाद सामने आए। दरअसल शादी के बाद दोनों ही विभाग से परमिशन ना लेते हुए 15 दिन के लिए गायब हो गए थे।
हालाकि पुलिस की एडमिन शाखा ने दोनों के खिलाफ जांच बैठा दी थी मैडम इतनी में भी नहीं मानी।वह फिर से नवंबर माह में 15 दिन की छुट्टी पर चली गई। फिर से पुलिस विभाग की एडमिशन शाखा ने दोनों के खिलाफ नोटिस जारी करते हुए विभागीय जांच बैठा दी। पुलिस सूत्रों की माने तो काम ठीक न होने के कारण निवेदिता के खिलाफ विभाग में शो काज नोटिस भी जारी कर चुकी है। मोहतरमा अपने आपक स्वयंभू आईपीएस समझती हैं।
निवेदिता नायडू और उनके रिटायर्ड आईएएस पिता बी आर नायडू पर पहले भी लग चुके ही गंभीर आरोप -बीते अक्टूबर 2021 में रातीबड़ इलाके में एक मामला सामने आया था। जहां पर बीआर नायडू और उनकी फैमिली पर एक रिटायर्ड आईएएस अफसर की बहू को जेसीबी से कुचलने की बात सामने आई थी। इसका वीडियो भी सामने आया था।
वीडियो में साफ दिखाई दे रहा था कि आईपीएस निवेदिता नायडू और उनके रिटायर्ड पिता बड़ी संख्या में पुलिस बल लेकर अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंचे थे।दरअसल विवाद दोनों रिटायर्ड आईएएस अफसर की जमीन को लेकर था। रिटायर्ड आईएएस अधिकारी सभजीत यादव के फार्म हाउस पर नायडू मैडम और उनके पिता सुबह-सुबह जेसीबी और बड़ी संख्या में पुलिस बल लेकर पहुंच गए थे और निजी जेसीबी से बाउंड्री वाल तोड़ने का काम शुरू कर दिया था।
रिटायर्ड अधिकारी सभजीत यादव की बहू और उनके परिवार ने विरोध किया तो जेसीबी चालक ने बहू को कुचलने की कोशिश भी की। गौरतलब है कि आईपीएस निवेदिता नायडू उस दौरान 25 वीं बटालियन और उनके पति रजत सकलेचा भोपाल पुलिस में आईपीएस पोस्टेड थे जिनके रोब के चलते बड़ी संख्या में पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गया था। जिसके बाद पूरा विवाद रातीबड़ थाने जा पहुंचा।
बताया जा रहा है कि घटना के दौरान निवेदिता नायडू ने पुलिस बल को बुलाया था जिसकी जानकारी किसी भी वरिष्ठ अधिकारी को नहीं थी। अमूमन देखा गया है कि किसी भी अतिक्रमण को हटाने के लिए जिला प्रशासन या नगर निगम कार्यवाही करता है। लेकिन मोहतरमा आईपीएस मैडम ने खुद को जिला प्रशासन और नगर निगम समझते हुए कार्यवाही कर डाली। हालांकि यह मामला अभी जांच में चल रहा है।
दरअसल, आईएस बीआर नायडू का राजनीति में अच्छा खासा हिसाब है।कई राजनेताओं से उनके घरेलू संबंध हैं। जिसके चलते उनकी आईपीएस बेटी कई बार ऑफिस से नदारद रहती हैं। विभाग अपनी तरफ से नोटिस देकर कार्यवाही तो करता है लेकिन उसका हल कुछ भी निकलता हुआ नजर नहीं आ रहा है। आईपीएस बेटी अपने बल का प्रयोग करके अपने आप को स्वयंभू समझ रही हैं।
ताजा मामला
राजधानी भोपाल में 66 वी अखिल भारतीय पुलिस ड्यूटी मीट का आयोजन किया गया है। पत्रकारों को मीट को ब्रीफ करने की जिम्मेदारी आईपीएस निवेदिता नायडू को मिली है। लेकिन मीट शुरू होने से खत्म होने तक उन्होंने एक भी बार भी प्रेस से रूबरू नहीं हुई।
कौन है आईपीए निवेदिता नायडू और रजत सकलेचा
आईपीएस निवेदिता नायडू रिटायर्ड आईएएस अधिकारी बीआर नायडू की बेटी है और भोपाल की रहने वाली हैं वही रजत सकलेचा ग्वालियर के रहने वाले हैं दोनों ही एक बैच के आईपीएस अधिकारी हैं रजत सकलेचा पहले भोपाल में सीएसपी की पोस्ट पर पदस्थ रह चुके हैं वर्तमान में वह इंदौर कमिश्नरेट में पदस्थ है।