नामांकन प्रक्रिया
भा.ज.पा. के बृज क्षेत्र कार्यालय पर जिला चुनाव अधिकारी ओम प्रकाश श्रीवास्तव ने दावेदारों के नामांकन पत्रों को स्वीकार किया। इस दौरान सहायक चुनाव अधिकारी अर्पित चित्रांश और संगठन के जिला प्रभारी अमित वाल्मीकि भी मौजूद रहे। नामांकन प्रक्रिया के दौरान पार्टी कार्यालय पर गहमागहमी देखने को मिली, जो पिछले दिन की अपेक्षा अधिक थी।
जिलाध्यक्ष पद के प्रमुख दावेदार
इस चुनाव प्रक्रिया में जिलाध्यक्ष पद के लिए नामांकन करने वाले 42 दावेदारों में से प्रमुख नामों में शामिल हैं:
- संतोष कटारा
- संजय चौहान
- ऋषि उपाध्याय
- उमेश सैंथिया
- मेघराज सिंह सोलंकी
- पूर्व विधायक जितेंद्र वर्मा
- सोनू चौधरी
- प्रशांत पौनियां
- श्याम सुंदर पाराशर
- शिव कुमार प्रमुख
- अमित चौधरी
- इंदु सिंह
- सत्य प्रकाश लोधी
- सत्यदेव दुबे
- हेमेंद्र शर्मा
- राम कुमार शर्मा
- कोमल सिंह सिकरवार
- नाथूराम वर्मा
- राजेंद्र पाल
- संतोष सिकरवार
- उमा शंकर माहौर
- बबलू लोधी
- खेमचंद शर्मा
- सोनू दिवाकर
- पंकजा शर्मा
- अशोक कुशवाह
- पंकज शर्मा
- योगेंद्र त्यागी
इसके अलावा 13 और दावेदारों ने भी नामांकन दाखिल किया है। प्रदेश परिषद के सदस्य पद के लिए राज कुमार पथिक समेत छह दावेदारों ने नामांकन दाखिल किया है।
देरी से पहुंचे आठ दावेदार
नामांकन दाखिल करने का समय सुबह 10 बजे से 12 बजे तक निर्धारित किया गया था। हालांकि, 42 दावेदारों में से आठ दावेदार 12 बजे के बाद नामांकन दाखिल करने पहुंचे। चुनाव अधिकारी श्रीवास्तव ने पहले तो नाराजगी जताई, लेकिन दावेदारों द्वारा दी गई मजबूरी की जानकारी के बाद उन्होंने इन आठों के नामांकन भी स्वीकार कर लिए। यह घटना इस बात का संकेत थी कि दावेदारों के बीच अपनी दावेदारी को लेकर उत्साह और तत्परता थी।
मंडल अध्यक्षों और जिला प्रतिनिधियों का स्वागत
नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद जिला चुनाव अधिकारी ओम प्रकाश श्रीवास्तव और संगठन प्रभारी अनूप वाल्मीकि ने जिले के नव निर्वाचित मंडल अध्यक्षों और जिला प्रतिनिधियों का स्वागत भी किया। इस मौके पर श्रीवास्तव और वाल्मीकि ने सभी को पार्टी की रीति-नीति के बारे में जानकारी दी और पद के दायित्व का बोध कराया। यह स्वागत पार्टी के एकजुटता और सहयोग के संदेश को व्यक्त करता है।
भा.ज.पा. जिलाध्यक्ष पद के लिए 42 दावेदारों ने नामांकन दाखिल किया है, जिसमें दो महिलाओं का नाम भी शामिल है, जो पार्टी के भीतर बढ़ते महिला सशक्तिकरण का प्रतीक हैं। चुनाव प्रक्रिया के दौरान गहमागहमी और उत्साह इस बात का संकेत हैं कि पार्टी के भीतर नेतृत्व के लिए प्रतिस्पर्धा काफी तेज है। इसके साथ ही, इस नामांकन प्रक्रिया ने यह स्पष्ट कर दिया है कि आगामी चुनावों में भाजपा के लिए चुनौतियां बढ़ने वाली हैं, लेकिन पार्टी का नेतृत्व इसे अपनी ताकत के रूप में देखता है।