महाकुम्भनगर – गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम तट पर आज अद्भुत नजारा देखने को मिला। महाकुंभ के पहले स्नान पर्व पौष पूर्णिमा के पावन अवसर पर लाखों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। इस अवसर पर देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं ने संगम तट पर स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित किया। आधी रात से ही श्रद्धालु संगम तट पर जुटने लगे थे। इस दौरान गंगा मैया के जयकारे और हर-हर गंगे के उद्घोष से मेला क्षेत्र गूंज उठा।
ठंड और बारिश के बावजूद श्रद्धालुओं की भारी भीड़
रविवार को हुई हल्की बारिश के बावजूद ठंडी हवाओं के बीच भी श्रद्धालुओं की भीड़ कम नहीं हुई। हर राज्य से महाकुंभ में शामिल होने आए श्रद्धालु ठंड को नकारते हुए सुबह तड़के से ही संगम तट पर स्नान करने के लिए पहुंचने लगे थे। विशेष रूप से युवा और महिलाएं इस अवसर पर उत्साह के साथ स्नान करने आईं, और उन्होंने पवित्र संगम में आस्था की डुबकी लगाई।
संगम नोज, एरावत घाट, और वीआईपी घाट सहित अन्य सभी प्रमुख घाटों पर श्रद्धालु स्नान करते नजर आए। हजारों श्रद्धालुओं ने इस पवित्र दिन को अपनी जीवन यात्रा का सबसे महत्वपूर्ण पल मानते हुए उसे कैमरे में कैद किया और सोशल मीडिया पर साझा किया। इस दिन की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं।
सनातन संस्कृति और आध्यात्मिकता का उत्सव
महाकुंभ के इस पहले स्नान पर्व पर सनातन संस्कृति के प्रति श्रद्धालुओं में गहरी आस्था और उत्साह देखने को मिला। संगम स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की और दान-पुण्य कर पुण्य लाभ अर्जित किया। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक ने इस धार्मिक पर्व का भरपूर आनंद लिया और भाग लिया।
पवित्र संगम पर श्रद्धालु अपने पूर्वजों के लिए श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे थे। इस धार्मिक अवसर ने हर किसी को भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता की याद दिलाई।
सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम
महाकुंभ के इस पहले स्नान पर्व के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर मेला क्षेत्र में चप्पे-चप्पे की निगरानी की जा रही थी। इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से पूरे मेला क्षेत्र की निगरानी की जा रही थी। डीआईजी और एसएसपी खुद मेला क्षेत्र की मॉनिटरिंग कर रहे थे और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रहे थे।
भीड़ प्रबंधन के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया था, और इस दौरान पुलिस बल ने पूरी तरह से मुस्तैद रहते हुए श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की। पुलिस की तत्परता और सतर्कता ने श्रद्धालुओं को पूरी तरह से सुरक्षा का अहसास दिलाया।
इंद्रदेव की कृपा से ठंडा मौसम
महाकुंभ के पहले स्नान पर्व के दौरान इंद्रदेव ने भी अपनी कृपा बरसाई और हल्की बारिश के बाद ठंड का अहसास कुछ कम हुआ। इसके बावजूद ठंडी हवाओं के बीच श्रद्धालुओं ने आस्था और विश्वास के साथ संगम में स्नान किया। इस पवित्र स्नान का अनुभव श्रद्धालुओं के लिए अविस्मरणीय बन गया।
सोशल मीडिया पर महाकुंभ का उत्साह
महाकुंभ का पहला स्नान पर्व सोशल मीडिया पर भी छाया हुआ है। श्रद्धालु अपनी तस्वीरें और वीडियो शेयर कर इस अद्भुत अनुभव को दुनिया भर के साथ साझा कर रहे हैं। युवा पीढ़ी महाकुंभ की इस पवित्रता और संस्कृति से जुड़ने पर गर्व महसूस कर रही है। #Mahakumbh2025 और #HarHarGange जैसे हैशटैग सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहे हैं।