नई दिल्ली: दिल्ली में विधानसभा चुनाव के दौरान बांग्लादेशी घुसपैठियों के संबंध में आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक महेंद्र गोयल पर हुए खुलासे ने उनकी पार्टी के लिए नई मुसीबत खड़ी कर दी है। दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए लगभग डेढ़ दर्जन बांग्लादेशी घुसपैठियों के पास से जो दस्तावेज बरामद हुए, उनसे यह खुलासा हुआ कि आप विधायक महेंद्र गोयल ने इन घुसपैठियों के आधार कार्ड बनाने की कोशिश की थी।
बताया गया है कि महेंद्र गोयल ने इन घुसपैठियों के दस्तावेजों पर न केवल हस्ताक्षर किए थे, बल्कि अपनी मोहर भी लगाई थी, ताकि यह साबित हो सके कि ये लोग भारतीय नागरिक हैं। गिरफ्तार किए गए बांग्लादेशी घुसपैठियों ने पुलिस की पूछताछ में यह स्वीकार किया है कि उनके आधार कार्ड संबंधी दस्तावेजों पर महेंद्र गोयल ने अपने हस्ताक्षर और मोहर लगाई थी।
दिल्ली पुलिस की कार्रवाई और नोटिस
अब इस मामले में दिल्ली पुलिस ने विधायक महेंद्र गोयल को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया था, लेकिन वह निर्धारित समय पर पुलिस के सामने पेश नहीं हुए। अब पुलिस उन्हें दूसरा नोटिस जारी करने की तैयारी कर रही है।
बीजेपी का आरोप सच साबित?
आप विधायक महेंद्र गोयल के बारे में हुए इस खुलासे के बाद आम आदमी पार्टी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पहले से ही यह आरोप लगाती आ रही है कि आप पार्टी बांग्लादेशी घुसपैठियों और रोहिंग्याओं को दिल्ली में बसाकर उनके आधार कार्ड बनवाती है। इस खुलासे के बाद बीजेपी का यह आरोप सच साबित होता दिखाई दे रहा है।
हालांकि, इससे पहले आप पार्टी ने बीजेपी पर भी ऐसी ही आरोप लगाए थे, लेकिन अब महेंद्र गोयल के दस्तावेजों पर हस्ताक्षर और मोहर लगने से पार्टी की साख को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
सवालों में आप की छवि
इस मामले ने आप पार्टी की छवि को एक बड़ा धक्का पहुंचाया है और विपक्षी दल बीजेपी अब इस मामले को लेकर पार्टी को घेरने की पूरी कोशिश कर रही है। बांग्लादेशी घुसपैठियों के दस्तावेजों पर आप विधायक की मोहर से जुड़े इस मामले में जांच तेजी से आगे बढ़ रही है और दिल्ली पुलिस ने महेंद्र गोयल को जल्द से जल्द पूछताछ के लिए तलब किया है।
यह खुलासा आम आदमी पार्टी के लिए एक नई मुसीबत का कारण बन सकता है, और आने वाले दिनों में दिल्ली विधानसभा चुनाव में इसका असर पड़ सकता है।