स्वामी विवेकानंद परिसर में भव्य स्वागत मीडिया हाउसों में जानी अखबार की बारीकियां
आगरा: आगरा विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानंद परिसर में आज एक ऐतिहासिक और भव्य आयोजन हुआ, जब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) द्वारा आयोजित ‘प्रकल्प शील यात्रा’ के तहत पूर्वोत्तर भारत से आए 30 प्रतिनिधि विद्यार्थियों का जोरदार स्वागत किया गया। यह यात्रा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा आयोजित की जाती है, जिसमें विभिन्न राज्यों की संस्कृति, गौरव और समरसता को बढ़ावा देने के लिए छात्रों का आदान-प्रदान किया जाता है।
स्वामी विवेकानंद परिसर के गेट पर इन विद्यार्थियों का स्वागत उनके मेज़बान परिवारों द्वारा वर्षा के साथ किया गया। एनसीसी, एन.एस.एस और विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने भी इस स्वागत कार्यक्रम में भाग लिया और छात्रों पर पुष्प वर्षा की। गेट पर स्वागत समिति के अध्यक्ष संतोष शर्मा, विश्वविद्यालय प्रशासन और अतिथियों ने प्रतिनिधि विद्यार्थियों को माला पहनाकर और पुष्प देकर उनका स्वागत किया। इसके बाद सभी प्रतिनिधि विद्यार्थियों ने स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
स्वागत समारोह के बाद कार्यक्रम का आयोजन जेपी सभागार में हुआ, जिसमें कई महत्वपूर्ण लोग उपस्थित थे। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, ABVP के क्षेत्रीय संगठन मंत्री मनोज नीखरा, डॉ भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. आशु रानी, एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता, ईशान ग्रुप के चेयरमैन संजय अग्रवाल, समाजसेवी जितेंद्र चौहान और ABVP के प्रांत संगठन मंत्री अंशुल श्रीवास्तव विशेष रूप से उपस्थित रहे।
उच्च शिक्षा मंत्री का संबोधन
उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने अपने संबोधन में कहा कि यह यात्रा देखकर उन्हें अपने पुराने दिनों की याद आ गई जब उन्होंने विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता के रूप में काम किया था। उन्होंने यह भी कहा कि विद्यार्थी परिषद के इस प्रकल्प के माध्यम से, जो पूर्वोत्तर भारत से आए सभी छात्र इस यात्रा के माध्यम से विभिन्न राज्यों की संस्कृति, गौरव और परंपराओं को समझते हैं। इस प्रकल्प के माध्यम से सामाजिक समरसता और एकता को बढ़ावा मिलता है। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि इस यात्रा के माध्यम से पूर्वोत्तर में फैले माओवाद और अन्य समस्याओं का समाधान होगा और वहां के युवा अपने राज्य को विकास की दिशा में एक नई ऊंचाई तक पहुंचाएंगे।
पूर्वोत्तर से आए विद्यार्थियों का अनुभव
असम से आई बोरोखा गोहेन ने ताजमहल का दौरा करने के बाद बताया, “जब हम मेज़बान परिवारों के पास गए, तो हमें ऐसा ही अपनापन महसूस हुआ, जैसे हम अपने घर में हों। वहां के मेज़बानों ने जो स्वादिष्ट व्यंजन हमें दिए, उनका स्वाद मेरी जुबान पर अभी भी ताजा है।”
नागालैंड से आए सेडीजुटूटो सपूह ने कहा, “इस यात्रा के माध्यम से हमें विभिन्न संस्कृतियों का अद्भुत अनुभव मिला। ताजमहल की यात्रा और आगरा विश्वविद्यालय में जो स्वागत हुआ, वह हम कभी नहीं भूल सकते। यहां के लोग हमें जैसे अपना समझते हैं, वैसे ही हम भी उन्हें अपना मानते हैं। यह यात्रा ‘भारत में अनेकता में एकता’ के विचार को साकार करती है।”
संवाद सत्र और भ्रमण
इस भ्रमण के दौरान दोपहर के समय आगरा विश्वविद्यालय के संस्कृति भवन में छात्रों के साथ संवाद सत्र हुआ, जिसमें इतिहास, होटल मैनेजमेंट और फाइन आर्ट्स के विद्यार्थियों ने भाग लिया। इस दौरान विद्यार्थियों को मीडिया हाउसों के कार्यों के बारे में भी जानकारी दी गई। वे यह भी समझ पाए कि समाचार पत्रों में लेख और प्रिंट का कार्य किस प्रकार से होता है, और पत्रकार खबरों को कैसे एकत्रित करते हैं।
इसके बाद, सभी प्रतिनिधि विद्यार्थियों को 10-10 के समूह में विभाजित कर विभिन्न हाउसेस में भ्रमण कराया गया। इस भ्रमण का उद्देश्य विद्यार्थियों को स्थानीय मीडिया हाउसों का अनुभव प्राप्त करना और वहाँ के कार्यों को समझना था।
विद्यार्थियों का विदाई
कार्यक्रम के अंत में, सभी प्रतिनिधि विद्यार्थियों ने अपने-अपने मेज़बान परिवारों के साथ अपने घरों की ओर प्रस्थान किया। इस यात्रा ने सभी को एक दूसरे के सांस्कृतिक समृद्धि, गौरव और एकता को महसूस करने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान किया।