आगरा। राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत 24 सितंबर से प्रारंभ हुए “तंबाकू मुक्त युवा अभियान” के अंतर्गत जिलाधिकारी के निर्देश पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी की टीम द्वारा एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की गई। इस अभियान का उद्देश्य युवाओं को तंबाकू के हानिकारक प्रभावों से बचाना और स्कूलों के आसपास तंबाकू उत्पादों की बिक्री को रोकना है।
शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने स्कूल, कॉलेज और विद्यालयों के 100 गज के अंदर तंबाकू उत्पाद बेचने वाली दुकानों के खिलाफ कार्रवाई की। कोटपा एक्ट के तहत निर्धारित नियमों का पालन न करने वाले दुकानदारों के खिलाफ पुलिस टीम के सहयोग से चालान काटा गया और जुर्माना वसूला गया।
इस अभियान का उद्देश्य न केवल तंबाकू के सेवन को रोकना है, बल्कि युवाओं में स्वास्थ्य जागरूकता भी बढ़ाना है। तंबाकू उत्पादों का सेवन न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य को प्रभावित करता है, बल्कि यह समाज पर भी गंभीर प्रभाव डालता है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि यह कार्रवाई तंबाकू मुक्त वातावरण बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में इस तरह की कार्रवाई जारी रहेगी ताकि बच्चों और युवाओं को तंबाकू के हानिकारक प्रभावों से सुरक्षित रखा जा सके।
इस कार्रवाई को लेकर स्थानीय समुदाय में उत्साह देखा जा रहा है, और लोग तंबाकू उत्पादों के खिलाफ इस पहल का समर्थन कर रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि इस अभियान से स्कूलों के आसपास तंबाकू की बिक्री में कमी आएगी, जिससे युवा पीढ़ी को एक स्वस्थ भविष्य प्राप्त हो सकेगा।
अंत में, यह अभियान एक महत्वपूर्ण संदेश देता है कि स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता और सही निर्णय लेना ही हमारी जिम्मेदारी है। तंबाकू मुक्त युवा अभियान निश्चित रूप से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में सफल होगा।